इंदौर में बेमौसम बारिश ने दीपावली के त्यौहार की रौनक में बाधा डाल दी। शहर के विभिन्न हिस्सों में दोपहर के समय तेज और रिमझिम बारिश का दौर चला। धनतेरस की तैयारियों के तहत अधिकांश दुकानों के बाहर टेंट लगाए गए थे और विद्युत सज्जा के साथ सामान भी बाहर रखा गया था, लेकिन बारिश शुरू होते ही व्यापारियों को ग्राहकों की चिंता छोड़कर बाहरी सामान समेटना पड़ा।
बेमौसम बारिश से सड़क किनारे पूजन सामग्री बेचने वाले दुकानदारों को भी नुकसान उठाना पड़ा। राजवाड़ा, नंदा नगर मेन रोड, मालवा मिल, पलासिया और अन्य इलाकों में सड़क किनारे लगी पटरी की दुकानों को समेटना पड़ा। हालांकि शहर में मानसून की छुट्टी हो चुकी है, फिर भी पश्चिमी मध्य प्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है, जिससे अगले दो-तीन दिन बारिश की संभावना बनी हुई है। शुक्रवार को भी शहरी सीमा से जुड़े कुछ इलाकों में बारिश हुई थी।
बेमौसम बारिश ने पहुंचाया नुकसान
शहर के कई बड़े शोरूम, मॉल, दुकानों और घरों के बाहर भव्य विद्युत सज्जा की गई है। कुछ शोरूमों ने इस सज्जा पर डेढ़ से दो लाख रुपये तक खर्च किए थे, लेकिन बेमौसम बारिश ने इसे भी नुकसान पहुंचाया। पानी के कारण कई झालर क्षतिग्रस्त हो गईं, वहीं ऑटोमोबाइल शोरूमों के बाहर रखे नए वाहन भी बारिश में भीगते रहे।
पटाखा बाजारों के व्यापारियों ने भी समेटा माल
शहर में रिजनल पार्क में थोक पटाखा बाजार लगा हुआ है, जहां कई व्यापारियों ने अपना माल खुले में रखा था। बारिश शुरू होते ही उन्होंने मजदूरों की मदद से पटाखों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया। कई दुकानदार खुले में सामान बेचते हैं, जिसका माल भी बारिश में खराब हो गया। शहर के विभिन्न हिस्सों में स्थापित पटाखा बाजारों में भी व्यापारियों को अपने पटाखों के खराब होने की चिंता सताने लगी।