पुलिस स्मृति दिवस बना गौरव का प्रतीक, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि, परिजनों से मिले सीएम योगी

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By Abhishek SinghPublished On: October 21, 2025

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा’ — कविता की इन पंक्तियों से मंगलवार को लखनऊ पुलिस लाइन्स का परिसर गूंज उठा। पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर देश की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले 186 वीर जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी राजीव कृष्णा ने भी शहीदों को नमन करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।

अनुशासन और गौरव से गूंजा पुलिस लाइन्स का मैदान


सुबह 9:35 बजे लखनऊ पुलिस लाइन्स के मैदान में परेड का शुभारंभ हुआ, जिसकी कमान आईपीएस अधिकारी अविनाश पांडेय और किरन यादव ने संभाली। परेड में पीएसी, एसडीआरएफ, एटीएस, एसएसएफ, ट्रैफिक पुलिस और सिविल पुलिस की टुकड़ियों ने हिस्सा लिया। सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।

वीर जवानों की याद में रखा गया दो मिनट का मौन

इसके उपरांत परेड ग्राउंड में शहीदों के नामों से अंकित शोक पुस्तिका प्रदर्शित की गई, जिसे विजिलेंस में तैनात सीओ अभय पांडेय सम्मानपूर्वक लेकर आए। पुस्तिका के आगमन पर पूरे ग्राउंड में मौजूद सभी लोग श्रद्धा के साथ खड़े हो गए। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को नमन किया। अंत में वीर जवानों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया।

पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर 1 सितंबर 2024 से 31 अगस्त 2025 के बीच ड्यूटी के दौरान शहीद हुए देशभर के 186 पुलिसकर्मियों को श्रद्धापूर्वक याद किया गया। इनमें सर्वाधिक 23 जवान सीमा सुरक्षा बल (BSF) के थे, जबकि उत्तर प्रदेश पुलिस के तीन कर्मियों ने इस अवधि में अपने प्राण देश सेवा में समर्पित किए।