बीते दिन नेताजी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में भाषण से पहले जय श्री राम के नारे सुन कर नाराज हो गई और फिर अपना विरोध जताने के लिए भाषण देने से इनकार कर दिया था। ममता के इस नाराजगी जताने के व्यवहार के लिए देश भर से तमाम प्रतिक्रिया आ रही है। बीजेपी ने भी ममता की इस नाराजगी पर मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाया है। बीजेपी का कहना है कि टीएमसी राम के नाम पर राजनीति कर रही है।
बीजेपी नेता एवं बंगाल प्रभारी विजयवर्गीय ने कहा कि, “कार्यक्रम में लोग अलग-अलग तरह नारे लग रहे थे। किसी ने ‘जय हिंद’ कहा, किसी ने ‘वंदे मातरम’ कहा, ‘जय श्री राम’ की आवाज भी आई। मुझे समझ नहीं आया कि प्रधानमंत्री के सामने ही नारों से आपत्ति क्यों हुई। हमारे पर्यटक मंत्री पहलाद पटेल के सामने भी नारे लगे, उन्हें तो कोई आपत्ति नहीं हुई। ममता जी को क्यों आपत्ति हुई।”
उन्होंने आगे ममता बनर्जी को घेरते हुए कहा, “ममता जी का पहले ही एजेंडा था. उन्होंने मंच का दुरुपयोग करते हुए 30 फीसदी लोगों को खुश करने के लिए ऐसा किया। राज्य में सरकारी कार्यक्रम में इस तरह का एजेंडा सेट करना उनकी गरिमा को शोभा नहीं देता। भारत में लोग ‘राम-राम’ बोलकर एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं। श्रीराम का नाम लेने को किसी को आपत्ति नहीं होना चाहिए।”