इंदौर : केंद्रीय विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी(Union Minister of State Lekhi ) ने कहा कि कला, भोजन और रचनात्मकता भारतीय संस्कृति का पुरातनकाल से हिस्सा रहें है। भारत सॉफ्ट स्किल के क्षेत्र में शुरू से ही अग्रणी रहा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री लेखी प्रवासी भारतीय दिवस के दूसरे दिन ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर(Brilliant Convention Center Indore) में लेवरेजिंग द सॉफ्ट पावर ऑफ इंडिया: गुडविल थ्रू क्राफ्ट, कुसीन एंड क्रिएटिविटी सेशन को संबोधित कर रही थी। केंद्रीय राज्य मंत्री लेखी ने कहा कि जिस तरह एक कलाकार अपनी कला को नित दिन नए तरीके से परिष्कृत करते रहता है उसी तरह भारत में भी कला और रचनात्मकता विकसित हुई है।
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केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि भारत ने अपनी कला और रचनात्मकता में नवीनतम तकनीक को शामिल तो किया है लेकिन कभी अपनी संस्कृति को नही छोड़ा। कला, भोजन और रचनात्मकता का आज पूरा विश्व लोहा मान रहा है। पश्चिमी देशों में मशहूर हो रही मिलेट और योग भारतीय जीवन शैली का पुरातन काल से हिस्सा रहें है। हमे अपनी संस्कृति और इसमें समाहित सॉफ्ट पावर पर गर्व होना चाहिए। अब वक्त है कि भारतीय अपनी कला और रचनात्मकता से पूरे विश्व को भविष्य का रास्ता दिखाएं।
पेनल सेशन में मॉरीशस के कला और सांस्कृतिक विरासत मंत्री अविनाश टीलक, भारत में एनजीएमए के डायरेक्टर जनरल अद्वैत गदनायक, बहरीन की लेखक और पत्रकार मीरा रवि, नाइजीरिया की फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और मोटिवेशनल स्पीकर सुश्री हमीशा दरयानी आहूजा, नेपाल के लोक कला विभाग के अध्यक्ष एस सी सुमन, स्पेन की कोरियोग्राफर, प्रोड्यूसर और डांसर श्रेयसी नाग ने भारत और प्रवासी भारतीयों के मजबूत सांस्कृतिक संबंधों पर अपने विचार रखे।
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उन्होंने बताया कि विदेशों की फिल्म, नृत्य, कला, संगीत, भोजन और रचनात्मकता में आज भी भारत का असर दिखाई देता है। साथ ही उन्होंने सभी प्रवासी भारतीयों (Non Resident Indian) से उनके देश में भारतीय कला, भोजन और रचनात्मकता को स्पॉन्सरशिप और सहयोग करने की अपील भी की। इस अवसर पर प्रवासी भारतीय दिवस पर पधारे विभिन्न देशों के प्रतिनिधि, विजीटर्स और कला प्रेमी उपस्थित रहें।