इंदौर 29 अक्टूबर, 2021
भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आत्मा योजना द्वारा ग्राम हरसोला विकासखण्ड महू में एक दिवसीय कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों का स्वागत एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया। परियोजना संचालक आत्मा श्रीमती शर्ली थॉमस ने आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत आयोजित कृषक संगोष्ठी के बारे में विस्तार से बताया। श्रीमती थॉमस द्वारा किसानों को बताया गया कि कृषि के अलावा उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, आदि सहायक कृषि कार्य के द्वारा अपनी आमदनी को बढ़ाने चाहिये। गेंहूँ फसल के अलावा उन्हें औषधीय फसलों की खेती पर भी ध्यान देना चाहिये ताकि कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सके। इसमें अश्वगंधा की खेती लाभकारी सिद्ध हो रही है।
कृषि वैज्ञानिक श्री. एन. के ताम्बे ने कृषकों को जैविक खेती के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुये अमृत पानी पाँच पत्ती काढ़ा, सात पत्ती काढा आदि बनाने की पूरी विधि एवं उपयोग के बारे में बताया। उन्होने बायौ डि कम्पोजर के उपयोग एवं लाभ के बारे में भी जानकारी दी।
डॉ. डी. के मिश्रा ने उद्यानिकी फसलो आलू, प्याज, लहसुन, गाजर, चुकंदर आदि के उत्पादन की उन्नत तकनीकी तथा संतुलित एवं अनुशंसित मात्रा में दवाई एवं उर्वरक उपयोग कैसे करें इस बाबत विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर पशुपालन विभाग के डॉ. सी. एस. डाबर ने पशुपालन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के साथ-साथ पशुओं की देखरेख एवं लगने वाली बीमारियों एवं उनके उपचार के बारे में जानकारिया दी। श्री एस. आर. एस्के अनुविभागीय कृषि अधिकारी द्वारा कृषको को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई।