इंदौर जिले में कोरोना मरीजों के इलाज के लिये पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि वे कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनायें। मास्क का उपयोग करें। निर्धारित दूरी रखें। हाथ को साथ रखें। नियमित रूप से धोएं तथा सैनेटाइजर का उपयोग करें। भीड़ भरे क्षेत्रों में जाने से बचें। बड़े आयोजन नहीं करें। ऐसे नागरिक जिन्होंने अभी तक कोविड से बचाव का टीका नहीं लगवाया है वे तुरंत अपना टीकाकरण करवायें।
कोविड संक्रमण के मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए इंदौर जिले में तैयारियां तेज कर दी गई हैं। कोविड की तीसरी लहर से निपटने हेतु की जा रही तैयारियों के संबंध में आज यहाँ जिला स्तरीय क्राइसेस मैनेजमेंट समिति की बैठक कलेक्टर कार्यालय में सम्पन्न हुई। बैठक में जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जयपाल सिंह चावड़ा, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, विधायक श्री महेंद्र हार्डिया, श्रीमती मालिनी गौड़, श्री रमेश मेंदोला, श्री आकाश विजयवर्गीय,पूर्व विधायक श्री सुदर्शन गुप्ता, श्री राजेश सोनकर तथा श्री मनोज पटेल, श्री गौरव रणदिवे, श्री मधु वर्मा, एडिशनल पुलिस कमिश्नर श्री मनीष कपूरिया, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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बैठक में बताया गया कि महाराष्ट्र, बंगाल में तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है। इंदौर में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। यह चिंता का विषय है। मरीजों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के लिये जिले में पर्याप्त इंतजाम किये जा रहे हैं। कल से प्रथम चरण में 650 बिस्तरों की क्षमता के साथ राधास्वामी कोविड केयर सेंटर शुरू किया जाएगा। इस सेंटर में कुल 1200 बिस्तरों की क्षमता है। बैठक में बताया गया कि शासकीय और अशासकीय अस्पतालो में पर्याप्त बेड्स और ऑक्सीजन की व्यवस्था है।
बैठक में जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों ने जिले के नागरिकों से आग्रह किया है कि वह कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क लगाएं, भीड़ भरे क्षेत्रों में जाने से बचे, साथ ही बड़े आयोजन नहीं करें। जिले में कोरोना के उपचार के लिए अधिकृत अस्पतालों को इलाज की अनुमति दी गई है। कोरोना के उपचार के लिए अस्पतालों को सार्थक पोर्टल पर पंजीकृत किया जा रहा है। अस्पताल संचालकों को निर्देश दिए गए कि वह निर्धारित दर पर ही मरीजों का उपचार करें। आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का निशुल्क उपचार करें। नागरिकों से कहा गया है कि वह खांसी, सर्दी, जुखाम, बुखार आदि लक्षण को गंभीरता से लेवें। यह लक्षण दिखाई देते ही तुरंत चिकित्सक को दिखाएं और जांच कराएं। बैठक में आज तीन जनवरी से शुरू हो रहे 15 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण पर भी चर्चा हुई। निर्देश दिए गये कि जिले में ऐसी व्यवस्था की जाये कि इस आयु वर्ग के कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित नहीं रहे। बैठक में बताया गया कि कोरोना के इलाज के लिये विभिन्न स्थानों पर कोविड केयर सेंटर भी बनाये जा रहे हैं। सबसे बड़ा सेंटर इंदौर के राधास्वामी सत्संग परिसर में रहेगा। साथ ही विकासखण्ड स्तर पर भी कोविड केयर सेंटर बनाये जा रहे हैं। बैठक में बताया गया कि जिले के सभी फीवर क्लीनिक सुचारू रूप से प्रारंभ कर दिये गये हैं।