सोनिया गांधी बनीं संसदीय दल की चेयरपर्सन, कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक में सर्वसम्मति से लिया फैसला

Deepak Meena
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देश में 7 चरण में हुए लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने अच्छी सीट हासिल की है, हालाँकि एक बार फिर एनडीए ने बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. 9 जून रविवार को एक बार फिर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के शपथ लेने वाले हैं, इसके साथ ही मंत्री मंडल का भी विस्तार हो जाएगा।

इन सबके बीच आज कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा की सांसद सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का चेयरपर्सन चुन लिया गया. शनिवार को संसद के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई और सर्वसम्मति से सोनिया गांधी को फिर से चेयरपर्सन चुन लिया गया. उनके नाम का प्रस्ताव कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने किया, जबकि गौरव गोगोई, तारिक अनवर और के सुधाकरन ने प्रस्ताव का समर्थन किया.

संसदीय दल की नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन में सोनिया गांधी ने कहा कि कई लोगों ने हमारे लिए शोक संदेश लिख डाले थे, लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे के दृढ़ नेतृत्व में हम डटे रहे. भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा वास्तव में ऐतिहासिक आंदोलन थे, जिन्होंने सभी स्तरों पर हमारी पार्टी को पुनर्जीवित किया.

राहुल गांधी अभूतपूर्व व्यक्तिगत, राजनीतिक हमलों से लड़ने के लिए अपनी दृढ़ता और दृढ़ संकल्प के लिए विशेष धन्यवाद के पात्र हैं. सोनिया गांधी ने कहा कि संसद में कांग्रेस की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इंडिया गठबंधन के साझेदारों की ताकत से भी हमें बल मिला है. कुछ की बहुत प्रभावी ढ़ंग से वापसी हुई है.