कमलनाथ के घेरे में शिवराज, कृषि क्षेत्र की स्थिति पर उठाए सवाल

Akanksha
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kamalnath

भोपाल -27 नवंबर 2021
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा आज मंदसौर में किसान सम्मेलन में दिए गए संबोधन के प्रमुख बिंदु, मंदसौर और नीमच के किसानों ने ही भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए बिगुल बजाया था और आज भी यहां के किसान यदि ठान लें , अत्याचार व अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करे तो मध्यप्रदेश से शिवराज सरकार का जाना तय है ,कांग्रेस का झंडा प्रदेश में लहराने से कोई नहीं रोक सकता है। शिवराज जी खुद को किसान का बेटा कहते हैं , मैं उनसे कहना चाहता हूं कि जरा मंदसौर आकर किसानों से लहसुन की स्थिति के बारे में जान लीजिये , आज किसान कितना परेशान है। आज खाद की क्या स्थिति है ,हमारे कृषि क्षेत्र की क्या स्थिति है ?

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आज हमारे प्रदेश की 70% अर्थव्यवस्था कृषि क्षेत्र पर आधारित है।हमारी सोच थी कि कृषि क्षेत्र में क्रांति आए ,किसानों की क्रय शक्ति बढ़े।हमने प्रदेश के 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया ,हमने मंदसौर में ही 1 लाख 1 हज़ार किसानों का कर्ज माफ किया। मैंने जब किसानों का कर्जा माफ करने का निर्णय लिया तो मुझे अधिकारी कहने लगे कि भाजपा सरकार ने तिजोरी खाली छोड़ी है तो मैं कहता था कोई बात नहीं , आप तनख़्वाह बाद में ले लेना ,पहले किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा ,आपको तो हम तनख़्वाह बाद में दे देंगे। हमने अकेले मंदसौर में ढाई सौ करोड रुपए का किसानों का कर्ज माफ किया।इसके गवाह ख़ुद किसान है।मुझे भाजपा व शिवराज का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए ,मुझे तो सिर्फ किसानों का सर्टिफिकेट चाहिए।

मुझे आज भी याद है जब मंदसौर में अतिवर्षा हुई थी ,मैं आया था ,मैंने पूरी वास्तविकता को ख़ुद देखा और जब मैं शाम को वापस भोपाल पहुंचा ,मैंने तुरंत अधिकारियों को बुलाया।शाम के 7 बज चुके थे ,मैंने अधिकारियों को कहा कि फाइलों का पेट बाद में भर लेना ,पहले में किसानों का पेट भरना चाहता हूं।मुझे नियम मत बताइए ,यह सर्वे वगैरह में नहीं जानता ,मुझे तो तुरंत किसानों के खाते में मुआवजे की राशि पहुंचाना है।पटवारी तो बाद में जाकर देखेगा ,मैं तो आज खुद वस्तुस्थिति देख कर आया हूं और हमने मंदसौर-नीमच में लगभग 300 करोड रुपए का मुआवज़ा तुरंत प्रदान किया।

-मेरा प्रयास था कि कृषि क्षेत्र में क्रांति आए ,किसानों के साथ न्याय हो।
-मक्का का आज क्या भाव है और हमारे समय मक्के का क्या भाव था ?
-हमने अपनी साढ़े 11 माह की सरकार में अपनी नीति व नियत का परिचय दिया।
-प्रदेश की पहचान माफिया और मिलावटखोरों से होती थी।मैंने माफियाओं के खिलाफ युद्ध शुरू किया ,मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान शुरू किया।मंदसौर की जनता गवाह है , यहाँ मंदिर के आसपास की कितनी जमीन माफियाओं ने कब्जा की हुई थी ,हमने सब मुक्त कराई।
-मिलावट को लेकर हमने जो युद्ध छेड़ा तो जनता को मिलावट मुक्त खाद्य पदार्थ मिलने लगे।
-मेरा शुरू से प्रयास रहा कि प्रदेश में निवेश आये लेकिन निवेश तब आता है ,जब विश्वास का माहौल होता है।निवेश से आर्थिक गतिविधियां बढ़ती है।हमारा प्रदेश 5 राज्यों से घिरा हुआ है।निवेश से नौजवानों का भविष्य सुरक्षित होता है ,रोजगार के नए अवसर तैयार होते हैं।जब प्रदेश के नौजवानों का भविष्य अंधेरे में होगा तो वो प्रदेश का नवनिर्माण वह कैसे करेंगे ?

-शिवराज सरकार में किसी को मध्यप्रदेश पर विश्वास नहीं था।हमने प्रदेश की इसी पहचान को बदलने का काम किया। हमने 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली देने का काम किया ,हमने कन्या विवाह की राशि बढ़ाई ,हमने सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि बढ़ाई और शिवराज जी कहते हैं कि कमलनाथ अपने 15 माह का हिसाब दें ,अरे मैं तो देने को तैयार हूं ,शिवराज जी आप भी आ जाइए अपने 18 साल का हिसाब लेकर ,जनता के सामने दोनों अपना-अपना हिसाब रख देते हैं।-आज जनता शिवराज जी की झूठी घोषणाओं से थक चुकी है , 22 हज़ार घोषणाएँ कर चुके हैं।प्रदेश में विकास हुआ है तो सिर्फ घोषणाओं का।

शिवराज जी यहां आएंगे और कहेंगे कि मैं मेडिकल कॉलेज बनवाने की घोषणा करता हूं और बजट में आवंटन सिर्फ 100 रुपये का। मैं कहता हूं कि मेडिकल कॉलेज यहां की जनता को जरूर मिलेगा लेकिन वह देगी कांग्रेस की सरकार। कोरोना के समय आपने शिवराज सरकार का कुप्रबंधन देखा।मेरे समय वह कोरोना को कमलनाथ का डरोंना बताते थे।प्रदेश में ढाई लाख लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई।ऑक्सीजन नहीं , रेमड़ेसिविर इंजेक्शन नहीं और यह मौत के आंकड़े छुपाते रहे ,आज तक छुपा रहे हैं।शिवराज जी आप कब तक सच को छुपाने का प्रयास करेंगे ,गुमराह करने का प्रयास करेंगे।

आज पेट्रोल-डीजल पर 50 रुपये बढ़ाकर 4-5 रुपये कम कर देने के बाद यह उसे राहत बता रहे हैं। शिवराज सरकार के 17 वर्ष के सुशासन , दावों व घोषणाओं की पोल खुद मोदी सरकार ने खोल कर रख दी है।मध्य प्रदेश का नाम गरीब राज्यों की सूची में देश में चौथे नंबर पर आया है।आज हम शिक्षा में ,स्वास्थ्य में ,हर क्षेत्र में पिछड़े हुए हैं और शिवराज जी की आंख नहीं चलती , कान नही चलते , इनका तो सिर्फ़ का मुंह चलता है। इनसे जो मर्जी घोषणा करवा लो ,जहां नदी नहीं होगी वहां भी यह पुल की घोषणा कर देते हैं।

चुनाव के पूर्व यह लोग 2 करोड़ रोजगार की बात करते थे ,किसानों की आय को दोगुनी करने की बात करते थे और आज यह उस पर बात नहीं करते। आप सब जानते हैं कि शिवराज जी ने हमें कैसा प्रदेश सौंपा जो भ्रष्टाचार में नंबर वन ,किसानों के आत्महत्या में नंबर वन ,बेरोजगारी में नंबर वन ,महिलाओं पर अत्याचार में नंबर वन , पैसे दो-काम लो , यह लूट की व्यवस्था शिवराज सरकार में बनी हुई थी। हमारे देश की संस्कृति और कांग्रेस की संस्कृति एक समान है।हमारे देश की संस्कृति लोगों को जोड़ने की है और यही कांग्रेस की भी संस्कृति है। आज हमारी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है।

आपको इस सच्चाई को पहचानना है और इसका मुकाबला करना है। मुझे विश्वास है यह तस्वीर सामने रख आप सच्चाई का साथ देंगे।आप भले कांग्रेस का और कमलनाथ का साथ मत देना लेकिन सच्चाई का साथ ज़रूर देना। आप लोग यदि ठान लेंगे तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को वापस लाने से कोई नहीं रोक सकता। इस अवसर पर मीनाक्षी नटराजन , सज्जन वर्मा , सुभाष सोजतिया ,नरेन्द्र नाहटा ,मनोज चावला , संजय शुक्ला , विशाल पटेल , बटुकशंकर जोशी , उमराव सिंह , राजकुमार अहीर , सत्यनारायण पाटीदार आदि उपस्थित थे।