
सिनेमा की चमकदार दुनिया की तस्वीर जितनी खूबसूरत दिखती है, उतनी ही धुंधली होती है इसके पीछे छुपी दर्दभरी हकीकत। हर चमकती हुई मुस्कान के पीछे कुछ ऐसा होता है जो शायद ही कोई देख पाता है। ऐसा ही कुछ झेला है एक्ट्रेस पाखी शर्मा, जिन्हें आज दुनिया बॉबी डार्लिंग के नाम से जानती है।
परिवार और समाज से एक लंबी जंग लड़ी : बॉबी डार्लिंग

टीवी और फिल्मों में काम कर चुकीं बॉबी डार्लिंग ने हाल ही में सिद्धार्थ कन्नन के साथ बातचीत में अपनी जिंदगी के कई अनछुए और दर्दनाक पन्नों को खोला। उन्होंने बताया कि कैसे बचपन से ही उन्होंने खुद से, अपने परिवार से और समाज से एक लंबी जंग लड़ी, जो किसी के लिए भी आसान नहीं होती।
बॉबी डार्लिंग, जिनका जन्म पंकज शर्मा के रूप में हुआ था, 10वीं क्लास में पढ़ते वक्त ही यह समझ गई थीं कि वह एक महिला हैं। लेकिन जब उन्होंने अपनी मां से यह बात बताई, तो जवाब मिला—”नींबू खाना बंद कर दे, तुझे साइकेट्रिस्ट को दिखाएंगे।” उन्हें चांदनी चौक के एक डॉक्टर के पास ले जाया गया, जहां पूछे गए सवालों ने उन्हें अंदर तक झकझोर दिया।
मां ने दिया था श्राप
मां-बाप को यह स्वीकार नहीं था कि उनका बेटा लड़की जैसा व्यवहार करता है। जब वह एक अफगानी लड़के को डेट कर रही थीं और उनके कुछ फोटोज परिवार के हाथ लगे, तो उनके पिता ने उन्हें पीटा और घर से निकाल दिया।
बॉबी ने बताया कि वह अपनी मां की ज्वैलरी चुराकर विदेश भाग गई थीं और लौटने पर पता चला कि मां की मौत हो चुकी थी। उनके पिता ने बताया कि मां के मुंह से निकला था—”तेरा नाश हो जाए”, और बॉबी आज भी उस श्राप को अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी सजा मानती हैं। वो कहती हैं, “मैं मम्मी की मौत की जिम्मेदार हूं, मुझे रात को नींद नहीं आती।”
पिता के लिए उनके दिल में आज भी दर्द है। उनका कहना है—”मैं चाहती थी कि ऐसा बाप किसी को न मिले।”
रिश्ता भी उनके लिए एक जख्म के समान
बॉबी डार्लिंग की निजी जिंदगी का एक और मुश्किल दौर तब आया, जब उन्होंने अपने से 15 साल छोटे बिजनेसमैन रमणीक शर्मा से शादी की। लेकिन यह रिश्ता भी उनके लिए एक और जख्म बन गया। साल 2017 में उन्होंने रमणीक पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया और एफआईआर दर्ज करवाई। बाद में रमणीक को जेल भी भेजा गया।
इस इंटरव्यू में बॉबी ने सिर्फ अपनी निजी तकलीफें ही नहीं साझा कीं, बल्कि उन लाखों लोगों की आवाज भी बनीं, जो अपनी पहचान को लेकर समाज से संघर्ष कर रहे हैं।