होली का त्यौहार हमरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है इस बार होली 8 मार्च को पड़ रही है त्यौहार कोई सा भी हो जब नज़दीक आता है तो ज्यादातर घरों में तैयारियां शुरू हो जाती हैं. ऐसे में होली के त्योहारक पर कुछ लोग होली पार्टी की प्लाननिंग कर रहे हैं.जिसमे वो अपने फेवरेट कलर्स को भी शामिल करेंगे ऐसे में बाजार में तरह-तरह के रंगों की बहार आई है. बाजार में मिलने वाले रंगों में से ज्यादातर रासायनिक और नुकसानदायक होते हैं, जिन्हें लगाने से तमाम तरह की स्किन डिजीज का खतरा है. ऐसे में आप घर पर ही नेचुरल कलर्स बनाकर अपने त्योहार को रंगीन कर सकते हैं. होली के रंग कई बार आपके चेहरे की रौनक और निखार को छीन लेते हैं. रासायनिक रंग स्किन डिजीज का भी कारण बन जाते हैं.
एक स्किन विशेषज्ञ ने बताया कि लोगों को हर्बल रंगों से होली खेलने चाहिए, क्योंकि आजकल बाजारों में मिलने वाले रंगों में कई बार बारीक पिसा कांच तथा एस्बेस्टस-सिलिका जैसे खतरनाक तत्व हो सकते हैं, जो शरीर की त्वचा के लिए खतरनाक हैं. इसके अलावा, बाजारों में मिलने वाले स्प्रे से भी शरीर मे दाने तक निकल आते हैं. इसके अलावा पानी में घुल जाने वाले कुछ रंगों में खतरनाक रसायन हो सकते हैं. यदि गलती से भी ये आंख, नाक, मुंह के जरिए शरीर में चले जाएं तो मुश्किल खड़ी हो सकती है.
ऐसे बनाएं हर्बल कलर
हर्बल रंग सबसे अच्छे होते हैं. इन्हें आप प्राकृतिक रंग भी कह सकते हैं. पहले होली के रंग टेसू या पलाश के फूलों से बनते थे. आप घर पर ही इन्हें तैयार कर सकते हैं. पलाश या टेसू के फूलों को भिगोने के बाद उबालकर गीला केसरिया रंग तैयार किया जा सकता है. सूखा रंग बनाने के लिए इन्हें अच्छी तरह से सुखा लें और अरारोट या चिकना आटा मिलाकर रंग तैयार करें. केसर की कुछ पत्तियों को पानी के साथ पेस्ट बनाकर रखें और बाद में ज्यादा पानी में घोल दें. इससे भी सुगंधित केसरिया रंग तैयार होगा.
ऐसे बन जायेगा पीला रंग
होली पर आप पीला रंग घर पर ही बना सकते हैं. पीला रंग बनाने के लिए हल्दी पाउडर और बेसन को बराबर मात्रा में लें. इन्हें मिलाकर सूखा गुलाल बना लें. अगर आप गीला रंग बनाना चाहते हैं तो पीले रंग के गेंदे के फूल लें. इन्हें क्रश करके पानी में उबालकर गीला पीला रंग बना लें.