हमारे इंदौर शहर की चार नंबर विधानसभा को सालों से इंदौरी अयोध्या कहा जाता रहा है ! पिछले २५ सालों से ऐसा माना जाता रहा है कि भाजपा यहाँ से किसी को भी चुनाव लड़ाकर जीता सकती है! अब तक तो सालों से यही होता भी आया है ! विधानसभा ४ में कांग्रेस की आखिरी जीत नंदलाल माटा के नाम दर्ज हुई थी। उसके बाद से इस विधानसभा में कांग्रेस को कभी जीत नहीं मिली। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपना पहला विधानसभा चुनाव इसी क्षेत्र से जीता था। उसके बाद से भाजपा यहाँ से कभी हारी नहीं! महापौर पद के लिए मालिनी गौड़ (विधायक)की वर्ष २०१५ की ऐतिहासिक जीत में भी इस विधानसभा का सबसे बड़ा योगदान रहा था !अबकी बार महापौर का चुनाव कोविड के चलते ७ साल बाद हो रहा है जिसके चलते अबकी बार इस चुनाव को लेकर काफी उत्साह भी दोनों पार्टियों में देखने को मिल रहा है। कांग्रेस की ओर से अबकी बार विधायक संजय शुक्ला की दावेदारी ने महापौर चुनाव को बराबरी का बना दिया है! वही भाजपा ने अभी तक अपने अधिकृत उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है जिसको लेकर भी शहर में खूब चर्चाएं हो रही है।
उल्लेखनीय है कि जीत-हार तो किसी भी उम्मीदवार के हाथों में नहीं होती है लेकिन अबकी बार भाजपा में महापौर पद के टिकट को लेकर जो दंगल पार्टी के भीतर देखने को मिल रहा है उसके चलते भाजपा भी दावे से तो यह नहीं कह सकती है कि अबकी बार भी इंदौरी अयोध्या में जीत हमारी ही होगी व इंदौर का नया महापौर भी भाजपा से ही होगा! वही कांग्रेस के प्रत्याशी संजय शुक्ला लगातार जनसंपर्क करते जा रहे हैं उन्हें शहर में ख़ासा समर्थन भी मिलता दिख रहा है!आज उन्होंने इंदौरी अयोध्या कही जाने वाली विधानसभा चार के पांच वार्डों में सुबह से रात १० बजे तक खूब जनसंपर्क किया लोगों की समस्याओं को सुना उनसे वादा किया कि आपने आपने जिताया तो आपकी हर समस्या का समाधान करूँगा। जनता ने भी पाँचों वार्ड ( 71-82- 83-84-85)में संजय शुक्ला का खूब स्वागत सत्कार किया। माता -बहनों एवम बुजुर्गों ने उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया।
गौरतलब है कि संजय शुक्ला ने अपने जीवन का पहला चुनाव भी इसी विधानसभा के एक वार्ड से जीतकर अपने राजनीतिक सफ़र की शुरुआत सालों पहले की थी। जिस वार्ड से जीते थे वहां उन्होंने खूब काम भी किये थे जिसे लोग आज भी नहीं भूले हैं। यह सत्य है कि विधानसभा चार में कांग्रेस भाजपा की तुलना में कमजोर है लेकिन संजय शुक्ला ने यहाँ के सभी 13 वार्डों में अपनी छवि से पार्षद पद के सभी दावेदारों का भी उत्साह खूब बढ़ाया है! उनका आज का दमदार जनसंपर्क देखकर लग रहा था कि संजय शुक्ला अपने कांग्रेसी साथियों और पार्षद पद के उम्मीदवारों के साथ मिलकर इंदौरी अयोध्या में भी अबकी कमाल कर सकते हैं क्योंकि इसी विधानसभा में सबसे ज्यादा ब्राह्मण वोटर्स भी है जिनकी संख्या हजारों में है! संजय शुक्ला को विश्वास है कि उन्हें अबकी बार ब्राह्मणों का वोट भी बड़ी संख्यां में मिलेगा।महापौर पद के दावेदार भाई संजय शुक्ला से आज घर पर हुई एक व्यक्तिगत मुलाकात में कहा कि अबकी बार हम इंदौरी अयोध्या में ही नहीं, शहर की हर विधानसभा में जीत दर्ज करेंगे! इंदौर की जनता ने देख लिया है कि शहर में कितना विकास हो रहा है! जो हो रहा है वो कैसे हो रहा है।
Must Read- National Herald Case मामले में राहुल से हुई पूछताछ का हुआ विरोध, शहर कांग्रेस ने दिया ज्ञापन
एक बारिश और घंटों के अंधकार ने इंदौर के विकास की पोल खोलकर जनता के सामने रख दी है ! जनता ने समझ लिया है कि पानी,बिजली और सड़क जैसी मुलभूत सुविधा भी जो लोग सालों में नहीं दे पाए! जिन्होंनें विकास के नाम पर लोगों के घर –दुकानों को तोड़ा है उन लोगों को अबकी बार घर बैठाना है! अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अपने काम और शहर के विकास के लिए लड़ने वाले ,कोविड काल में लोगों की खूब सेवा व मदद करने वाले विधायक संजय शुक्ला अपने मकसद में कामयाब हो पाते है कि नहीं ! रणजीत सरकार के दरबार में तो उन्होंने अपनी जीत की अर्जी लगा ही दी है ,जीत का आशीर्वाद भी माँगा है। उनके सभी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अबकी बार रणजीत सरकार के आशीर्वाद से जीत संजय शुक्ला की ही होगी और वो रामजी –हनुमानजी की कृपा से रण जीतेंगे,रणजीत बनेंगे…।