इंदौर (Indore News) : विधानसभा व आयोग में अलग-अलग दावे सामने आये है, जिसको लेकर मंत्री ने जवाब देते हुए कहा-कि 5 वर्षों में 12,731 करोड़ रुपए की बैवजह बिजली खरीद का भुगतान किया गया है। इसकी वर्ष वार जानकारी दी गयी है। इसके साथ ही विपरित न्यायालय में तीनों वितरण कंपनियों ने दर वृद्धि याचिका में आगामी वर्ष 2022-23 में 8862.7 करोड़ रु का भुगतान किये जाने का रिकॉर्ड पेश किया है।
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आपको बता दे कि अनुबंध अनुसार 3 रु 45 पैसे प्रति यूनिट दर से भुगतान किया जाना है। यह स्थिति खपत बढ़ने के साथ 2027 तक 9137 मिलियन यूनिट बनी रहना है।
उपभोक्ता से 1 रु 05 पैसे अधिक वसूली : कोडवानी
याचिका रिकॉर्ड के अनुसार 84,679 मिलियन यूनिट आवश्यकता के बदले 1,10,368 मि. यु. का भुगतान किया जाना है। इसके अनुसार एक मिलियन युनिट बराबर 10 लाख युनिट। ऐसे में बिना उपयोग 25,689 मिलियन यूनिट अतिरिक्त बिजली 3 रु 45 पैसे दर से 8862.7 करोड़ रुपए भुगतान प्रस्तावित है। 84,679 मि. यु. उपयोग करता उपभोक्ता के हिस्से बराबर बांटने पर 1 रु 05 पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त बिना बिजली उपयोग के देना होगा।
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इस बात की जानकारी आम उपभोक्ता का पक्ष रखने वाले किशोर कोडवानी ने दी। जानकारी के साथ ही सत्यापन हेतु वर्ष 2022-23 दर वृद्धि याचिका पृष्ठ 141 संलग्न है।