ऑपरेशन कालनेमि के तहत देहरादून पुलिस ने साधु वेश में घूम रहे 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें सहसपुर से पकड़ा गया एक बांग्लादेश का नागरिक है। इसके खिलाफ सहसपुर में विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, हरिद्वार पुलिस ने भी ऐसे 13 लोगों को पकड़ा है। सभी को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर मजिस्टेªट के सामने पेश किया गया। मजिस्टेªट ने सभी को हिदायद देकर जमनात पर रिहा कर दिया।
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने साधु वेश में घूमने वाले फर्जी बाबाओं के खिलाफ ऑपरेशन कालनेमि चलाने के आदेश दिए थे। इसी क्रम में चेकिंग के दौरान कई ऐसे फर्जी बाबा दिखाई दिए जो लोगों को कई तरह से अपनी बातों में फंसा रहे थे। इनसे प्रमुख दस्तावेज मांग गए तो इनके पास कुछ नहीं था।

सहसपुर में एक ऐसा व्यक्ति दिखा। पूछताछ में पता चला कि वह बंग्लादेश का रहने वाला है। रुकन रकम उर्फ शाह आलम नाम के इस व्यक्ति से आईबी और एलआईयू की टीमें पूछताछ कर रही हैं। पकड़े गए बाकी 24 लोगों में 20 से ज्यादा दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं। जिला पुलिस को ऑपरेशन कालनेमि को गंभीरता से चलने के निर्देश दिए गये हैं।
वहीं हरिद्वार के एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि श्रावण मास के पहले ही दिन हरिद्वार में पुलिस ने धर्म की आड़ में ठगी कर रहे ढोंगी बाबाओं पर बड़ी कार्रवाई की है। ऑपरेशन कालनेमि के तहत कोतवाली नगर पुलिस ने 13 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया है। ये सभी श्रद्धालुओं को ठगने की फिराक में थे।
जारी रहेगा अभियान
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ऑपरेशन कालनेमि जारी रहे है। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से हमें सूचनाएं मिल रही थीं कि कुछ लोग छद्म भेष बनाकर धार्मिक भावओं को आहत करने और देवीाूमि का स्वरूप खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। यह किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता। इसलिए हमने यह अभियान शुरू किया है। छद्म भेषधारियों को बेनकाब करने का यह अभियान लगाता चलता रहेगा।