रोहित आई हॉस्पिटल का पुलिसकर्मियों के लिए विशेष उपहार, 3 महीने तक नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर

srashti
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नेत्र रोगों के निदान एवं उपचार के लिए पूरे मध्यभारत में प्रसिद्ध इंदौर के रोहित आई हॉस्पिटल एंड चाइल्ड केयर सेंटर ने अपनी सेवा के 33 साल पूरे कर लिए हैं। इस महत्वपूर्ण अवसर को और भी यादगार बनाने के लिए, रोहित आई हॉस्पिटल एंड चाइल्ड केयर सेंटर ने इंदौर जिले के पुलिसकर्मियों के लिए एक विशेष नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का शुभारंभ किया।

यह पहल पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अस्पताल की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। कार्यक्रम का उद्घाटन इंदौर पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता द्वारा किया गया । इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य व्यक्ति और समाजसेवी उपस्थित थे।

प्रमुख बिंदु:

• शिविर 14 जुलाई से 14 अक्टूबर तक चलेगा
• रोजाना शाम 4 से 6 बजे तक 30-35 पुलिसकर्मियों की जांच होगी
• कुल साढ़े 6 हजार पुलिसकर्मी लाभान्वित होंगे
• शिविर में पूर्ण नेत्र परीक्षण, दृष्टि जांच, और गंभीर नेत्र रोगों की स्क्रीनिंग शामिल है

इंदौर पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता ने कहा, रोहित आई केयर के 33 वर्ष पूर्ण होने पर मैं डॉक्टर अग्रवाल और रोहित आई केयर की पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। रोहित आई केयर द्वारा की यह पहल बहुत सराहनीय है, जो उन्होंने इंदौर पुलिस के लिए यह कैंप आयोजित किया। सामान्यत: पुलिस के कार्य का समय अधिक होता है इस कारण वो अपनी आखोँ का ख्याल ठीक से नहीं रख पाते है। इस तरह की पहल से निश्चित ही डॉक्टर अग्रवाल के अनुभव का भी सभी को लाभ मिलेगा।

रोहित आई हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. ओ.पी. अग्रवाल ने कहा- “14 जुलाई 1991 को हमने नेत्र रोगियों की सेवा करने के उद्देश्य से रोहित आई हॉस्पिटल एंड चाइल्ड केयर सेंटर की कल्पना की थी, पिछले 33 वर्षों में, रोहित आई हॉस्पिटल एंड चाइल्ड केयर सेंटर ने 8 लाख से अधिक रोगियों की सफलतापूर्वक जांच और 1 लाख से अधिक ऑपरेशन कर चुके हैं। हमनें हमेशा समाजसेवा को प्राथमिकता दी है।

इस दिशा में, संस्थान ने विभिन्न सामाजिक अभियानों और स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से समाज के हर वर्ग को लाभान्वित किया है। रोहित आई हॉस्पिटल एंड चाइल्ड केयर सेंटर न केवल इंदौर पुलिस, बल्कि समाज के अन्य वर्गों तक भी अपनी सेवाए बढ़ा रहा है। पिछले सवा 3 दशकों से इस भरोसे के लिए आभार, हम आगे भी इसी तरह से सेवा और समर्पण से काम करते रहेंगे और बेहतरीन परिणाम देते रहेंगें।”

शिविर के बारे में डॉ. अग्रवाल ने कहा- हम न केवल पुलिसकर्मियों की आंखों की देखभाल करेंगे, बल्कि उन्हें बेहतर दृष्टि स्वास्थ्य के बारे में शिक्षित भी करेंगे।पुलिस का काम अत्यंत तनावपूर्ण होता है और उनकी आंखों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इस शिविर से समय पर बीमारियों का पता लगाकर दृष्टि हानि को रोका जा सकेगा। हम प्रत्येक पुलिसकर्मी को व्यापक नेत्र परीक्षण, दृष्टि जांच, और गंभीर नेत्र रोगों जैसे मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, और रेटिना संबंधी समस्याओं की स्क्रीनिंग प्रदान करेंगे।

इस निशुल्क शिविर में प्रतिदिन शाम 4 से 6 बजे तक 30 से 35 पुलिस कर्मियों की जांच एवं निदान किया जाएगा।यह निर्णय पुलिस विभाग द्वारा लिया जाएगा कि किस पुलिस कर्मी की जांच होनी है, ताकि वे योद्धा जो हमेशा हमारी सेवा और सुरक्षा में तत्पर रहते हैं, उन्हें इस सेवा का लाभ मिल सके। इंदौर में कुल साढ़े 6 हजार पुलिसकर्मी हैं, जिसमें फायर सेफ्टी, ट्रैफिक और अन्य विभाग भी शामिल हैं।