जयपुर। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप हर दिन बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते राजस्थान में निजी प्रयोगशालाओं में कोविड-19 की आरटी-पीसीआर विधि से जांच अब 1200 रुपये की बजाय 800 रुपये में होगी। दरअसल, शनिवार को सीएम अशोक गहलोत ने यह घोषणा करते हुए कहा कि, आरटी-पीसीआर जांच किट की लागत में कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने यह फैसला किया है।
सीएम ने कहा कि, शुरू में निजी प्रयोगशालाओं में कोविड-19 जांच का शुल्क 2200 रुपये था जिसे बाद में सरकार ने 1200 रुपये तय किया। उन्होंने कहा कि, ”किट की लागत में कमी को देखते हुए अब राज्य सरकार सभी निजी प्रयोगशालाओं को यह जांच 1200 रुपये के बजाय 800 रुपये में करने को पाबंद करेगी।”
प्रदेश में निजी चिकित्सा संस्थानों और लैब्स में #COVID19 टैस्ट की दरें वापस तय करते हुए हम इसे 1200 रूपये से घटाकर 800 रूपये कर रहे हैं। पहले जांच के लिए निजी लैब्स में 2200 रूपये लिए जा रहे थे, उसे हमने पूर्व में घटाकर 1200 किया अब यह जांच 800 रुपए में हो सकेगी। #Rajasthan
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 28, 2020
राजस्थान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि, राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण की सारी जांच केवल आरटी-पीसीआर किट के जरिए हो रही हैं जो पूरी दुनिया में सबसे विश्वसनीय जांच है। गहलोत ने वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए छह जिलों (हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, जैसलमेर, राजसमन्द (नाथद्वारा), टोंक व बूंदी में कोरोना वायरस जांच की प्रयोगशालाओं का लोकार्पण किया।
शनिवार को उन्होंने, जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में कैंसर इलाज के लिए नये वार्ड, ऑर्थोपेडिक थिएटर व एक्यूट केयर वार्ड की रेनोवेशन-अल्टरेशन (मरम्मत) तथा कैंसर वार्ड के इंटीरियर कार्य का लोकार्पण किया। साथ ही गहलोत ने अपने संबोधन में प्रदेश के विपक्षी दलों से नकारात्मक राजनीति व बयानबाजी नहीं करने की अपील भी की।