अब गोबर, मिट्ठी, दाल और चूल्हे से बने मकान में रहेंगे कुमार विश्वास, जानिए वजह

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भारत के मशहूर हिंदी कवि और प्रवक्ता कुमार विश्वास  हर उस शख्स के दिलों में बसते हैं, जिन्हें कविताएं पसंद हैं। ‘कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है’ और ‘अमावस की काली रातों में’ जैसी कविताओं से उन्होंने लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई है।उत्तर प्रदेश के पिलखुवा में जन्मे कुमार विश्वास के पिता चंद्रपाल शर्मा चाहते थे कि, वह एक इंजीनियर बने। इसलिए उन्होंने 12वीं कक्षा के बाद इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया, लेकिन मन नहीं लगने के चलते उन्होंने पढ़ाई छोड़कर हिंदी साहित्य में एडमिशन ले लिया। साल 1994 में उन्होंने बतौर प्रवक्ता काम करना शुरू किया।

 

कुमार विश्वास, कवि के अलावा एक राजनेता भी रह चुके हैं। वह ‘आम आदमी पार्टी’ से साल 2014 में संसदीय क्षेत्र अमेठी से स्मृति ईरानी और राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़े थे, लेकिन वह हार गए थे। बहरहाल, वह कविता सुनाकर लाखों कमा रहे हैं। विश्वास अपने एक-दो घंटे के कविता पाठ का चार्ज लाखों में लेते हैं। वह करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने अपने होम टाउन में एक सुंदर घर बनाया है, जो उनके व्यक्तित्व को दर्शाता है।

 

 

कुमार विश्वास ने अपने होम टाउन पिलखुवा में अपना एक शानदार घर बनवाया है, जिसका इंटीरियर गांव के घरों की तरह बनाया गया है। कुमार विश्वास ने अपने घर को ‘केवी कुटीर’ नाम दिया है। कुमार विश्वास का ये घर कई मायनों में प्राकृतिक जुड़ाव महसूस कराता है और उसकी खासियत जमीन से जुड़ी हुई है।

कुमार विश्वास ने अपने घर की दीवारों पर गांव का टच दिया है। ट्विटर हैंडल पर उन्होंने इसकी खासियत बताते हुए एक बार कहा था कि, उन्होंने अपने घर की दीवारों को पीली मिट्टी, बालू, गोबर, चूना, इस्तेमाल में न आने वाली दालों का चूरा, लसलसे पेड़ों (लसोड़े, आंवला, गूलर, शीशम) के अवशेष से मिलाकर बनवाया है। इसे वैदिक प्लास्टर कहते हैं। यह एंटीबैक्टिरियल व तापमान नियंत्रक है, जो हमारे पूर्वजों की वास्तुकला को पुनर्जीवित करता है।

 

 

कुमार विश्वास के घर के अंदर एक बड़ा सा लॉन एरिया है, जहां उन्होंने कस्टमाइज्ड तालाब और मैदान बनवाया है। कई बार कुमार विश्वास को अपने लॉन में काम करते हुए देखा गया है।कुमार विश्वास के घर में लाइब्रेरी भी है, जहां उन्होंने कई सारी किताबें रखी हुई हैं और खास बात ये है कि, उस लाइब्रेरी शेल्फ में लाइटिंग लगी हुई हैं, जो किताबों पर रोशनी देती हैं, जिसकी वजह से ये एरिया काफी अट्रैक्टिव लगता है।लाइब्रेरी के अंदर ही कुमार विश्वास का स्टूडियो भी है, जहां वह अभ्यास करते हैं। कुमार विश्वास ने घर के अंदर अपना ऑफिस भी बनवा रखा है। कुमार विश्वास अक्सर अपने डॉगी शैडो के साथ यहां समय बिताते नजर आते हैं।वह अपने घर में खेती भी करते हैं। उन्होंने यहां गाय भी पाला है और ट्रैक्टर भी रखा हुआ है। यही नहीं, उनके घर के लॉन एरिया में कई कलाकृति भी बनी हुई हैं।

 

 

कुमार विश्वास की पर्सनल लाइफ की बात करें तो, राजस्थान में हिंदी प्रवक्ता के रूप में चुने जाने के बाद यहीं पर कुमार की मुलाकात मंजू से हुई, जो उसी कॉलेज में प्रवक्ता थीं। धीरे-धीरे दोनों को एक-दूसरे से प्यार ​हो गया। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। कपल की दो बेटियां कुहु और अग्रत हैं। कवि अपनी फैमिली के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं।फिलहाल, कुमार विश्वास का घर बताता है कि, कवि जमीन से जुड़े हुए शख्स हैं।