नई दिल्ली : मंगलवार शाम को कोरोनाकाल में 7 माह में पीएम मोदी ने 7वीं बार देश को संबोधित किया. पीएम ने इस दौरान अपने 12 मिनट के संबोधन में कहा कि, जनता कर्फ्यू से लेकर आज तक हम सभी भारतवासियों ने बहुत लंबा सफर तय किया है. समय के साथ आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी नज़र आ रही है. हममें से अधिकांश लोग जिम्मेदारियों को निभाने के लिए जीवन को गति देने के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं. हालांकि पीएम ने यह भी कहा कि लॉकडाउन भले चले गया हो वायरस नहीं गया है. बीते सात-आठ माह में हर भारत वासी के प्रयास से भारत जिस संभली हुई स्थति में है हमे उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है. आज देश में रिकवरी रेट बेहतर स्थिति में है.
पीएम ने कहा कि भारत में हर 10 लाख लोगों में मृत्यु दर 83 है. जबकि अमेरिका ब्रिटेन और ब्राजील जैसे सम्पन्न देशों में यह आंकड़ा 600 के पार है. पीएम ने कहा कि भारत अधिक लोगों का जीवन इस बीमारी से बचा रहा है. कोरोना टेस्ट के लिए करीब 2 हजार लैब काम कर रही है. जल्द ही कोरोना टेस्ट की संख्या10 करोड़ के आंकड़ें से आगे निकल जाएगी.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, ‘सेवा परमो धर्म’ के मंत्र पर चलते हुए हमारे डॉक्टर्स, नर्सेस, सुरक्षाबल आदि ने बेहतर काम किया है. पीएम ने माना कि यह समय लापरवही बरतने का नहीं है. क्योंकि वायरस अब भी मौजूद है. पीएम ने कहा कि बिना मास्क के बाहर निकलना और लापरवाही बरतना आपके परिवार, बच्चे और बुजुर्गों के लिए भी नुकसानदायक है. इस दौरान पीएम में संत कबीरदास के दोहे का उदाहरण देते हुए कहा कि, पकी खेती देखिके गर्व किया किसान, अजहु जोला बहुत है गर आवे जब जान’ अर्थात कई बार हम पकी हुई फ़सल देखते नहीं है और अति आत्मविश्वास से भर जाते है, लेकिन जब तक फ़सल घर न आ जाए तब तक शांत बनें रहें. इसी प्रकार इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक हमें इस लड़ाई में कमजोर नहीं पड़ना है. हमारे देश के वैज्ञानिक वैक्सीन के लिए जी जान से जुटे हैं. जब भी यह वैक्सीन आएगी वो जल्द से जल्द हर देशवासी के पास कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है.
पीएम ने आगे अपने संबोधन में कहा कि रामचरित मानस में शिक्षाप्रद बातों के साथ अनेक चेतावनियों की बातें भी है. गलती और बीमारी का पूर्ण इलाज न होने तक इन्हें हलके में नहीं लेना चाहिए. जब तक दवाई नहीं जब तक ढिलाई नहीं. पीएम ने एक बार फिर कहा कि, दो गज की दूरी, समय-समय पर साबुन से हाथ धोने, और मास्क लगाने का ध्यान रखें. पीएम ने सभी से प्रार्थना करते हुए कहा कि मैं आपको सुरक्षित देखां चाहता हूं. साथ ही त्यौहारों को लेकर पीएम ने कहा कि ये सभी त्यौहार आपके जीवन में खुशियां और उमंग भरें. पीएम ने दिवाली, विजयादशमी, छठ पूजा आदि सभी त्यौहारों की सभी देशवासियों को बधाई देते हुए अपने संबोधन का अंत किया.