नेशनल हेराल्ड का हेड ऑफिस फिर से हुआ बंद, भोपाल की प्रॉपर्टी भी होगी सील- मंत्री भुपेंन्द्र सिंह

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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम फिर से नेशनल हेराल्ड के ऑफिस पहुंची हैं। ईडी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को दो ईमेल किए थे और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में मौजूद रहने को कहा था। फिलहाल हेराल्ड हाउस ऑफिस में किसी को भी घुसने नहीं दिया जा रहा। केवल पासपोर्ट ऑफिस में लोगों की अपॉइंटमेंट पर्ची देख कर अंदर जाने दिया जा रहा है। इधर, दिल्ली के बाद मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के हेराल्ड ऑफिस पर कार्यवाही कर सकती है। शिवराज सरकार के मंत्री मंत्री भुपेंन्द्र सिंह किया बड़ा दावा किया हैं।

सूत्रों के मुताबिक हेराल्ड हाउस में ईडी को शेयर पैटर्न दस्तावेजों की तलाश है। कौन-कौन शेयर होल्डर है, होने वाली कमाई का कोई विदेशी लिंक? 90 करोड़ के लोन से जुड़े दस्तावेज, ईडी इन सब चीजों की तलाश कर रही है। इससे पहले ईडी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को गुरुवार दोपहर 12.30 बजे यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के हेराल्ड हाउस में मौजूद रहने को कहा था. खड़गे को समन इसलिए दिया गया क्योंकि वह यंग इंडियन के प्रमुख पदाधिकारी हैं।

इसको लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज राज्यसभा में कहा कि मुझे ईडी का समन मिला, उन्होंने मुझे दोपहर 12.30 बजे बुलाया। मैं कानून का पालन करना चाहता हूं, लेकिन जब संसद सत्र चल रहा हो तो क्या उनके लिए समन करना सही है। क्या पुलिस के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आवासों का घेराव करना सही है? हम डरेंगे नहीं, हम लड़ेंगे।

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ईडी ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके सांसद बेटे राहुल गांधी और कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं से पूछताछ की है। सोनिया गांधी से पिछले महीने तीन राउंड में 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई. वहीं राहुल गांधी से जून में पांच दिनों में 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। पूछताछ के कारण देश भर में कांग्रेस सदस्यों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए गए, जिसमें वरिष्ठ नेता ईडी की कार्रवाई की निंदा करने के लिए सड़कों पर उतर आए थे।

इधर, भोपाल में हुआ बवाल

आजतक से बात करते हुए नगरीय प्रशासन भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि भोपाल स्थित नेशनल हेराल्ड की प्रॉपर्टी को सील किया जाएगा. कोर्ट में मामला होने के चलते अभी कार्रवाई हो नहीं पाई थी. मंत्री ने दावा किया है कि नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में विशाल मेगा मार्ट सहित कई कमर्शियल दफ्तर काम कर रहे हैं. ऐसे में नेशनल हेराल्ड बिल्डिंग का जिसने भी कॉमर्सियल यूज़ किया है, उसकी जांच की जाएगी और बाद में प्रॉपर्टी को सील भी किया जा सकता है.

भूपेंद्र सिंह ने ये भी जानकारी दी है कि आईएएस स्तर का कोई अधिकारी ही इस पूरे मामले की एक महीने के भीतर जांच करेगा और उन्हें उसकी विस्तृत रिपोर्ट दी जाएगी। मंत्री ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस के नेता हो या फिर बीडीए के कर्मचारी/अधिकारी, सबके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नेशनल हेराल्ड के भोपाल वाले दफ्तर की बात करें तो साल 1981 में 1.14 एकड़ आकार का प्लॉट सरकार ने रियायती दरों पर दिया था। यह प्लॉट 30 साल की लीज पर दिया गया था और भोपाल विकास प्राधिकरण के मुताबिक उस समय इस जमीन का मूल्य करीब 1 लाख रुपए/एकड़ था।

गौरतलब है कि, प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार रात को नई दिल्ली में कांग्रेस के स्वामित्व वाले नेशनल हेराल्ड अखबार के कार्यालय में छापेमारी की थी। जिसके बाद यंग इंडियन के ऑफिस को सील कर दिया था। यंग इंडियन नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिक है। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में एक दर्जन स्थानों पर छापे मारे थे।