जैन समाज के पवित्र तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित करने के फैसले के बाद देशभर में समाज जनों में रोष था। इस विषय में इंदौर में जैन समाज ने बड़ी रैली निकाली थी और सांसद शंकर लालवानी से अनुरोध किया था कि इस फैसले को वापस किया जाए और पवित्र तीर्थ सम्मेद शिखर जी की धार्मिक गरिमा एवं समाज बंधुओं की आस्था का ध्यान रखा जाए। इसके बाद सांसद शंकर लालवानी ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ बात कर सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित ना करने की मांग की थी और समाजजनों का पक्ष केंद्र सरकार के सामने रखा था।
इसके बाद केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने झारखंड सरकार को पारसनाथ सेंचुरी के विषय में पुनर्विचार करने का पत्र लिखा और जल्द ही सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित ना करने का नोटिफिकेशन जारी होगा।
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सांसद शंकर लालवानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव का धन्यवाद करते हुए कहा की इंदौर एवं देश भर के जैन समाज ने यह मांग की थी कि पवित्र तीर्थ श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित ना किया जाए, उसका धार्मिक स्वरूप बनाकर रखा जाए और उनकी मांग केंद्रीय मंत्री के सामने रखी थी जिस पर झारखंड सरकार को केंद्र सरकार ने पत्र लिखा है और श्री सम्मेद शिखरजी को आस्था, गरिमा के अनुरूप धार्मिक स्थल का स्वरुप नहीं बदला जाएगा।