MP: अब सस्ती होंगी LPG और CNG! मप्र में छिपे हैं प्राकृतिक गैस के भंडार, जल्द होगा उत्पादन शुरू

Meghraj
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MP: मध्य प्रदेश के दमोह और छतरपुर जिलों में ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) ने चार साल की खोज के बाद प्राकृतिक गैस के भंडार का पता लगाया है। केंद्र सरकार को उत्खनन की योजना भेजी गई है, और अनुमति मिलने पर ओएनजीसी जल्द ही काम शुरू करेगा।

गैस उत्पादन का महत्व

इन नेचुरल गैस भंडारों से एलपीजी और सीएनजी गैस का उत्पादन किया जाएगा। जैसे ही उत्पादन आरंभ होगा, यह संभावना है कि आम जनता को सीएनजी और एलपीजी की बढ़ती कीमतों से राहत मिलेगी।

अन्य क्षेत्रों में खोज की प्रक्रिया

सरकार ने मध्य प्रदेश में पांच अन्य स्थानों पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की खोज के लिए लाइसेंस जारी किए हैं। इन क्षेत्रों में भी खोज जारी है, और औद्योगिक लाभ उठाने के लिए निवेश के प्रयास किए जा रहे हैं। दमोह और छतरपुर में कोल बैड मीथेन गैस का भंडार मिला है, जो प्राकृतिक गैस का प्रमुख स्रोत है। इसी से सीएनजी और एलपीजी का उत्पादन होता है। सरकार ने पेट्रोकेमिकल की खोज के लिए 10 ब्लॉकों में लाइसेंस जारी किए हैं, जिनमें से 6 में खोज का कार्य शुरू हो चुका है।

ब्लॉकों का विवरण

यहां उन जिलों का विवरण दिया गया है जहां पेट्रोकेमिकल खोज के लिए ब्लॉकों का निर्माण किया गया है:

दमोह, छतरपुर – क्षेत्रफल: 462 वर्ग किमी
दमोह, पन्ना, छतरपुर – क्षेत्रफल: 2730 वर्ग किमी
पन्ना, सतना, छतरपुर – क्षेत्रफल: 3077 वर्ग किमी
सागर, दमोह, छतरपुर – क्षेत्रफल: 3017 वर्ग किमी
नरसिंहपुर, सागर, रायसेन – क्षेत्रफल: 2932 वर्ग किमी
दमोह, जबलपुर – क्षेत्रफल: 1421 वर्ग किमी

एमपी पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन की स्थापना

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खनिज संसाधन विभाग की बैठक में मध्य प्रदेश में पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन की स्थापना के निर्देश दिए हैं। यह कॉर्पोरेशन प्रदेश में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की खोज, उत्पादन, वितरण और विपणन का कार्य करेगा।

निवेश के लिए संभावनाएं

सागर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में खनिज संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव संजय कुमार शुक्ला ने निवेशकों को मध्य प्रदेश में पेट्रोलियम एक्सप्लोरेशन के लिए बनाए गए ब्लॉक्स और लाइसेंस की जानकारी दी। ओएनजीसी की ओर से की जा रही खोज के साथ ही चार और ब्लॉकों को जल्द खोले जाने की योजना है।

मध्य प्रदेश में प्राकृतिक गैस के भंडार की खोज और पेट्रोकेमिकल उत्पादन की संभावनाएं न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह राज्य के औद्योगिक विकास को भी गति देंगी। सरकार के प्रयासों से प्रदेश में ऊर्जा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छूने की उम्मीद है।