भोपाल: प्रदेश के सभी जिलों में 12 जनवरी को जिला स्तर पर रोजगार मेले का आयोजन किया रहा है लेकिन कोरोना की स्थिति को देखते हुए इन मेलों में महज सौ हितग्राहियांे को ही बुलाया जाएगा। अर्थात सौ बेरोजगारों को ही रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे।
सूत्रों की यदि माने तो यहां के अधिकारी ही नहीं चाहते है कि मेले को औपचारिक रूप से आयोजित किया जाए, इससे अच्छा तो यही होगा कि आगामी समय तक के लिए मेला लगाया नहीं जाए। शिक्षित बेरोजगारों की संख्या बहुत अधिक है और ऐसी स्थिति में यदि प्रदेश सरकार के निर्देश पर रोजगार मेला लगाकर निजी कंपनियों के माध्यम से इंटरव्यू लेकर नौकरी के लिए मौका दिया जाता है तो निश्चित ही बेकारों की संख्या कम होती चली जाएगी परंतु मौजूदा जिस स्थिति में मेला आयोजित किया जा रहा है उसमें हितग्राहियों की संख्या इतनी कम कर दी गई है कि उंट के मुंह में जीरे के समान ही सिद्ध होगी। यदि रोजगार मेलों में हितग्राही ही नहीं आएंगे तो फिर रोजगार मेले किसके लिए लगाई जाएंगे। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा मेला पूरे प्रदेश में लगेगा ।