उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के चलते मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी ने दस्तक दी है। राजधानी भोपाल समेत राज्य के कई हिस्सों में तापमान में तेज गिरावट देखने को मिल रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड का यह दौर जारी रहने की संभावना है, जिससे आम जनता को और भी ज्यादा सर्दी का सामना करना पड़ेगा।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मध्य प्रदेश के प्रमुख हिल स्टेशन पचमढ़ी में रविवार को तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस सीजन में पहली बार हुआ है। पचमढ़ी ने इस गिरावट के साथ देश के सात सबसे सर्द शहरों में अपनी जगह बना ली है। इस दौरान, डिंडौरी और आसपास के क्षेत्रों में ओस की बूंदें जमने जैसी स्थिति भी देखी गई। राजधानी भोपाल में भी ठंड का असर साफ दिखाई दे रहा है। रविवार को भोपाल में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो पिछले 24 वर्षों में दिसंबर के पहले पखवाड़े में सबसे कम तापमान था। यहां के लोग दिन में भी ठिठुरते हुए नजर आए।
30 से अधिक जिलों में शीतलहर का अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के 30 से अधिक जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया है, जिनमें प्रमुख रूप से भोपाल, जबलपुर, राजगढ़, रतलाम, उमरिया, मंडला, सिवनी, गुना, नर्मदापुरम, बड़वानी, नीमच, शाजापुर, शहडोल, सागर, पचमढ़ी और कटनी शामिल हैं। इन क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना है, जिससे सर्दी का प्रकोप और बढ़ सकता है।
तेज हवाओं के साथ शीतलहर का असर
रविवार को भोपाल, सीहोर, शहडोल, जबलपुर, राजगढ़ और अन्य स्थानों पर तेज शीतलहर ने लोगों को परेशान किया। ठंड इतनी तीव्र थी कि कई स्थानों पर तापमान 5 डिग्री से भी नीचे चला गया। शहडोल, सागर, शाजापुर, सिवनी, मंडला और अन्य स्थानों पर भी शीतलहर की स्थिति बनी रही।
मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विशेषज्ञ पीके रायकवार के अनुसार, सोमवार को भी सर्दी और शीतलहर का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। हालांकि, मंगलवार से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि हवाओं का रुख बदल सकता है। वर्तमान में उत्तरी हवाएं प्रदेश में सर्दी को और बढ़ा रही हैं, लेकिन अगले कुछ दिनों में मौसम में कुछ सुधार आ सकता है।