अमिताभ बच्चन के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पूरे देशभर के फैंस हैरान रह गए थे। जिसके बाद सोशल मीडिया पर अमिताभ बच्चन की तस्वीर शेयर करते हुए उनके ठीक होने की कामना कर रहे है। वहीं कई लोग तो अमिताभ बच्चन के अच्छे स्वास्थ के लिए मंदिरों में उनके लिए पूजा और मन्त्रों का जाप भी कर रहे है। अभी हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें कई लोग अमिताभ बच्चन के लिए महामृत्यूंजय यज्ञ करते दिखाई दे रहे हैं। आपको बता दे, इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। ये तस्वीर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में उनके फैन्स द्वारा शेयर की गई है। उनके फैंस ने उनकी कोरोना की खबर सुनते ही महामृत्युंजय का यज्ञ शुरू कर दिया था। जो अभी तक भी बरक़रार है।
West Bengal: Fans of Amitabh Bachchan organise a 'mahamrityunjay yagna' in Kolkata, praying for his speedy recovery from #COVID19. Vijay Pathodiya, a fan says, "This yagna will continue until he recovers from the virus." (12.07.20) pic.twitter.com/PoOsLIm4Om
— ANI (@ANI) July 13, 2020
जानकारी के मुताबिक, एएनआई के ट्वीट के अनुसार यज्ञ कर रहे अमिताभ के विजय नाम के फैन ने कहा कि जब तक बिग बी कोरोना से मुक्त नहीं हो जाते तब वे यज्ञ में आहुति डालते रहेंगे। इसके अलावा कई अन्य शहरों में भी अमिताभ के लिए मंदिरों में पूजा की जा रही है। साथ ही उनकी तस्वीर को मंदिरों में रख कर उनके नाम के जाप भी किये जा रहे हैं। इन्ही में से सबसे ज्यादा तस्वीर पश्चिम बंगाल की वायरल हो रही है। वहीं उज्जैन महाकाल मंदिर में भी अमिताभ बच्चन के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के लिए रविवार सुबह महामृत्युंजय जाप किया गया।
महाकाल मंदिर के मुख्य पंडित दिनेश गुरु त्रिवेदी एवं रमण त्रिवेदी के नेतृत्व में 11 पंडितों ने यह जाप किया। पंडित द्वारा बताया गया कि अमिताभ बच्चन एवं उनके पुत्र अभिषेक बच्चन के जल्द स्वास्थ्य लाभ के लिए 11 पंडितों ने रविवार सुबह आठ बजे से 10 बजे तक दो घंटे तक महामृत्युंजय जाप किया। उन्होंने बताया कि हमने इन दोनों अभिनेताओं की फोटो महाकाल पर रख कर पंचामृत दूध, दही, घी, शक्कर एवं जल का अभिषेक कर यह जाप किया। वहीं गुरु ने बताया कि यह जाप तुरंत फल देता है। उन्होंने कहा कि जब अमिताभ बच्चन पहले भी संकट में आये थे, तब भी इसी तरह की पूजा महाकाल मंदिर में की गई थी। आगे उन्होंने बताया कि जब तक वे स्वस्थ नहीं हो जाते, तब तक ब्राह्मणों द्वारा महाकाल मंदिर में मंत्रोच्चार के साथ उनके ठीक होने के लिए पूजा-पाठ जारी रहेगी।