आबिद कामदार
इंदौर : देर शाम मध्य प्रदेश के 12 सिनियर आईपीएस अधिकारियों के तबादले प्रशासन द्वारा किए गए, जिसमें इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र को भोपाल पुलिस आयुक्त तो भोपाल पुलिस कमिश्नर को मकरंद देउस्कर को इंदौर कमिश्नर के पद पर ट्रांसफर किया गया है। शहर में कमिश्नरी लागू होने के पश्चात वह शहर के दूसरे कमिश्नर होंगे। उन्हें शिवराज सरकार के सबसे पसंदीदा अधिकारियों में उनकी गिनती की जाती है। यह बाते आईपीएस मकरंद देउस्कर को अलग बनाती है।
सख्त पुलिस अधिकारीयो में होती है गिनती।
पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। हाल ही में उन्हें मुख्यमंत्री का OSD बनाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह जहां भी पोस्टेड रहे वहां उनकी गिनती एक सख्त पुलिस अधिकारी के रूप में हुई । साथ ही उन्हें शिवराज सिंह चौहान के विश्वस्त अधिकारियों में भी गिना जाता है। उन्होंने अपने पुलिस करियर के दौरान बड़वानी, होशंगाबाद, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में अपनी सेवाएं दी है।
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अपराध और खनन के मामले में सख्त रहे आईपीएस मकरंद देउस्कर
अपराध और अवैध उत्खनन को लेकर देउस्कर का मिजाज हमेशा सख्त रहा है, नर्मदापुरम में पोस्टिंग के दौरान मात्र 3 माह में उन्होंने रेत माफियाओं को लोहे के चने चबवा दिए थे, हालांकि वह वहां ज्यादा समय तक नही रह पाए थे, वहीं उत्खनन मामले में सख्ती दिखाते हुए होशंगाबाद में रेत माफियाओं को उन्होंने नकेल पहना दी थी, इसको लेकर एक मंत्रीजी से उनका विवाद भी हो गया था, राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में इसकी काफी चर्चा हुई थी। मकरंद देउस्कर ने हमेशा माफियाओं के खिलाफ अपना सख्त रवैया रखा।