इंदौर। देश में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार, महिलाओं के प्रति सभी प्रकार की हिंसा एवं भेदभाव के उन्मूलन हेतु दिनांक 25.11.2022 से 23.12.2022 तक का एक राष्ट्रीय जागरुकता अभियान नेशनल जेंडर कैंपेन (नई चेतना) चलाया जाएगा, जिसका शुभारंभ आज महिलाओं के विरुद्ध हिंसा उन्मूलन अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर किया गया। इस अभियान के दौरान महिलाओं के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए, महिला सशक्तिकरण, महिला सुरक्षा, महिला हिंसा, महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण, आर्थिक विकास, कौशल उन्नयन, डिजीटल साक्षरता आदि विषयों पर जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
शासन के निर्देशों के अनुक्रम में पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार, पुलिस आयुक्त नगरीय इन्दौर हरिनारायणचारी मिश्र एवं अति. पुलिस आयुक्त (अपराध/मुख्यालय) राजेश हिंगणकर के दिशा निर्देशन में इन्दौर पुलिस द्वारा भी उक्त महाअभियान की शुरूआत की गयी। जिसके तहत पुलिस उपायुक्त महेशचंद्र जैन एवं अति. पुलिस उपायुक्त (सुरक्षा/महिला सुरक्षा शाखा) प्रमोद सोनकर के मार्गदर्शन में इन्दौर पुलिस की टीम ने स्कूल ऑफ सोशल साइंस दे.अ.वि.वि. इंदौर के स्टूडेंट्स एवं शासकीय अत्रिदेवी उच्चतर माध्यमिक विघालय के बच्चों को लैगिंक समानता के बारें मे बताते हुए महिला सुरक्षा एवं महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों के बारेें में जागरूक किया गया।
पुलिस टीम की निरी. राधा जामोद एवं सउनि गयेन्द्र यादव द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम इन्दौर पर आयोजित एक कार्यक्रम में स्कूल ऑफ सोशल साइंस दे.अ.वि.वि. इंदौर एमबीए (लोक प्रशासन) के स्टूडेंट्स से देश में लैगिंक समानता पर चर्चा करते हुए, उन्हें बताया कि भारत में पुरातन समय से ही नारी शक्ति को पूजा जाता है, लैंगिक भेदभाव भारतीय संस्कृति का हिस्सा नही है।
अतः हम सब को मिलकर इस भेदभाव को खत्म करने की आवश्यकता है। उन्हें महिला अपराधों एवं उनके विरूद्ध होने वाले भेदभाव व हिंसा के उन्मूलन हेतु प्रदेश में संचालित मानव दुर्व्यापार निरोधी ईकाई, ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क एवं आकस्मिक सहायता हेल्पलाईन नम्बर- 110/112, पुलिस की विभिन्न हेल्पलाईन नम्बर और योजनओं आदि के बारें भी अवगत करवाया गया।
इसी प्रकार के एक अन्य कार्यक्रम में इंदौर पुलिस की टीम शासकीय अत्रिदेवी उच्चतर माध्यमिक विघालय इंदौर के बच्चों के बीच पहुंची। उक्त अभियान के तहत छात्र-छात्राओं को महिलाओं एवं बच्चियों से होने वाले अपराधों एवं उनके विरूद्ध होने वाले भेदभाव व हिंसा के उन्मूलन तथा उनकी सुरक्षा हेतु हम क्या कर सकतें है और हमें क्या करना चाहियें आदि बातों के बारें में बतातें हुए, उन्हें इसकी रोकथाम हेतु विभिन्न हेल्पलाईन नंबर व योजनाओं आदि के बारें में समझाया गया। साथ ही बच्चों एवं महिलाओं की सुरक्षा व उनके संरक्षण हेतु उनके अधिकारों व प्रावधानों के विषय में भी जानकारी प्रदान की गयी।