ग्लोबल फोरम फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट(Global Forum for Industrial Development) का डेलिगेशन आज केंद्रीय लोक निर्माण मंत्री माननीय श्री नितिन गडकरी जी से मिला। उन्हें IRECIS 2022 में आने का आमंत्रण दिया। IRECIS के बारे में पूरी जानकारी भी दी गई। अध्यक्ष दीपक भंडारी ने बताया कि जिस प्रकार दुबई ने ऑयल की इकोनामी को छोड़कर इंडस्ट्री मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस और एक्सपोर्ट के साथ पर्यटन को बढ़ावा दिया है, उसी प्रकार से इंदौर पीथमपुर देवास रतलाम और झाबुआ एक बहुत बड़ा बेल्ट(Indore Pithampur belt) है। जिसमें विश्व स्तरीय गतिविधियां संचालित की जा सकती है और भारत के मध्य भाग में स्थित होने की वजह से यहां की भौगोलिक परिस्थितियां हर प्रकार से फेवरेबल है।
एशिया ही नहीं पूरे विश्व में अनंत संभावनाओं के द्वार यहां से खुलते हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी का 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी का जो सपना है उसमें भी यह क्षेत्र विशेष भूमिका अदा कर सकता है।
विश्व के सबसे बड़े एग्जिबिशन सेंटर की मांग
दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के बनने के बाद जो औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर मध्य प्रदेश का बनने जा रहा है एवं भविष्य के मध्य प्रदेश का खाका प्रस्तुत करता है। इसमें विशेष रूप से इंदौर रतलाम और झाबुआ के बीच जो निर्माण हो रहा है उसमें इंफ्रास्ट्रक्चर की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। विश्व के सबसे बड़े एग्जिबिशन सेंटर जो कि चीन के गोंज़ौऊ प्रदेश में स्थित है जहां कैंटन फेयर होता है उसके जैसे एग्जिबिशन सेंटर बनाने की मांग भी रखी गई।
इससे दुनिया के अधिकांश देश इस क्षेत्र से जुड़ने या निवेश करने के लिए लालायित रहेंगे और भारत की आर्थिक महाशक्ति बनने के द्वार खोलेंगे। रोजगार के अवसर भी आश्चर्यजनक रूप से बढ़ेंगे। इंदौर शहर का जो विकास विगत कुछ वर्षों में हुआ है उसके बारे में भी चर्चा हुई और बाईपास पर जो उन्होंने नए पुल सैंक्शन किए हैं, उसके लिए सभी ने उन्हें धन्यवाद दिया। संस्था के सचिव असीम जोशी ओम प्रकाश दुबे ललित जोशी नरेश मुंद्रे रविंद्र पुजारी संजय गोविंल गुलशन सिंग एवं आनंद रायकवार उपस्थित रहे।