Indore News: दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष के चुनावों को ले कर सरगर्मी शुरू

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इन्दोर दिगम्बर जैन समाज की सर्वोच्च संस्था सामाजिक संसद के अध्यक्ष के चुनाव को ले कर सरगर्मी बढ़ गयी है । त्रैवार्षिक चुनाव के लिये गत चुनाव में मंदिर प्रतिनिधियों की संख्या को ले कर हुए भारी विवाद के बाद सामाजिक संसद दो धड़ों में बट गयी थी । उल्लेखनीय है कि तत्कालीन अध्यक्ष प्रदीप कासलीवाल द्वारा घोषित मतदाता सूची में भारी धांधली के आरोप लगे थे । विवाद इतना गहराया की सामाजिक संसद दो फाड़ हो गयी और दोनों धड़ों ने अपने अपने अध्यक्ष का चुनाव कर लिया था । जिसके चलते समाज दो धड़ों के बीच बट गया ।

दोनों ही सामाजिक संसद के अध्यक्षो का कार्यकाल समाप्त हो चुका है । आगामी कार्यकाल हेतु अध्यक्ष का चुनाव होना है । समाज हित व एक सामाजिक संसद , एक अध्यक्ष के लिए नरेंद्र वेद की सामाजिक संसद ने सकारात्मक पहल करते हुए एक प्रस्ताव पास किया। अध्यक्ष नरेंद्र वेद ने कोर कमेटी सदस्यों के समक्ष रखे प्रस्ताव में कहा गया कि
सामाजिक संसद इंदौर के गत त्रे वार्षिक वर्ष 2018 से 2021 के अध्यक्ष के लिए चुनाव के वक़्त मताधिकार के लिए जारी मतदाता सूची(प्रतिनिधियों की संख्या,परिवार की संख्या आदि केआधार पर), चुनाव की प्रक्रिया आदि की विसंगतियां को लेकर बहुत विवाद हुआ फलस्वरुप एक ही समाज मे 2-2 संसद , 2-2 अध्यक्ष और सभी अपने को प्रामाणिक और अधिकृत मानते हुए संचालित होने लगे।
इसका खराब संदेश समाज एवं अन्य समाज पर गया।

आदरणीय स्व • श्री देवकुमारसिंहजी कासलीवाल काका साहेब,स्व श्री कैलाशचंदजी चौधरी साहेब, द्वारा निर्मित एक संविधान एवं इंदौर समाज की अनेकता में एकता की भावना आहत हुई। स्व•पदम श्री बाबूलाल जी पाटौदी “बा” ने उस संविधान से एकता की भावना से आगे बढ़ाया पर दुर्भाग्य से गत चुनाव में वो सामंजस्य नहीं बना और समाज मे विद्वेष बन गया और समाज की छवी धूमिल हुई।

अब मेरी भावना है कि ये दो फाड़ समाप्त होना समाज हित मे अत्यंत महत्वपूर्ण एवं आवश्यक है
इसलिए इस वर्ष होने वाले चुनाव मे उन कारणों से जिसमें प्रतिनिधियों की संख्या (मताधिकार) को लेकर जो संशय या पक्ष पात की संभावना या विवाद होता है उसके समाधान के लिए इस बार प्रत्येक जिनालय के सिर्फ अध्यक्ष एवं मंत्री जिसमें कहीं कोई विवाद नहीं है,को मताधिकार देकर सामाजिक संसद के अध्यक्ष का चुनाव करा लिया जाय।
इससे समाज नेतृत्व का जो बिखराव और अलग अलग विभिन्न संचालन बंद होकर एक समाज और कार्य को बल मिल सके।

सभी से आग्रह है कि समाज हित मेरी इस पहल और प्रस्ताव को स्वीकार करे ताकि इंदौर में जितने भी जिनालय एवं चेतयालय है उन तक ये संदेश भेज कर उसकी अनुमोदना प्राप्त कर बहुमत के आधार पर अगले चुनाव संविधान एवं प्रजातांत्रिक तरीके से संपन्न कराए जा सके।

उल्लेखनीय है कि प्रस्ताव में सामाजिक संसद की एकता के लिए विवादित विषय प्रतिनिधियों के नामो व संख्या को ले कर होने वाले विवाद को ही समाप्त करते हुए केवल मंदिरों के अध्यक्ष व मंत्री को ही मताधिकार देने की बात कर समाज की एकता के लिए नरेंद्र वेद धड़े ने सकारात्मक पहल कर दी है । इस प्रस्ताव को समाज जनों ने सराहा है । कोर कमेटी सदस्यो अशोक पाटनी, कैलाश वेद ,नरेंद्र वेद, सुरेंद्र बाकलीवाल, डी के जैन, प्रदीप बड़जात्या, मुकेश टोंग्या ,निर्मल सेठी ,नकुल पाटोदी ,मनीष अजमेरा , सौरभ पाटोदी ,पिंकेश टोंग्या संजय जैन ने एक मत से उक्त प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त करते हुए अनुमोदना कर प्रस्ताव पास किया ।