माँ अहिल्या के पावन शहर इंदौर (Indore) में कई सिद्ध व प्राचीन मंदिरों की उपस्थिति है। जहां शहर की जनता के द्वारा श्रद्धाभाव से नियमित पूजन अर्चन किया जाता है। शहर के पश्चिम क्षेत्र में एक ऐसा ही सिद्ध मंदिर है दशहरा मैदान, अन्नपूर्णा रोड स्थित श्री गंगेश्वर महादेव मंदिर (Shri Gangeshwar Mahadev Temple), लगभग आधी सदी पुराना यह मंदिर क्षेत्र की जनता के साथ ही बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी एक आकर्षित करने वाला शिवालय है। मंदिर में शिवलिंग के साथ ही शिवपरिवार भी प्राण प्रतिष्ठित हैं इसके साथ ही भगवान सिद्ध भैरव नाथ का भी पिंडी स्वरूप यहां विध्यमान है।
शिवरात्रि और श्रावण के प्रत्येक सोमवार को होती है भक्तों की विशेष भीड़
गंगेश्वर धाम पर यूँ तो बारह महीने ही दर्शनार्थियों की आवाजाही रहती है, परन्तु महाशिवरात्रि और सावन के प्रत्येक सोमवारों को यहां भक्तों की विशेष भीड़ देखने को मिलती है। इन अवसरों पर मंदिर समिति के प. अखिलेश शुक्ला, प. जितेश पांडे, प. दिनेश शर्मा, प.अमित पाठक के निर्देशन में विद्वान् आचार्य और ब्राह्मण बाबा गंगेश्वर महादेव का अभिषेक व अनुष्ठान विधि विधान पूर्वक सम्पन्न कराते हैं। महाशिवरात्रि पर यहां विशाल फलाहारी भंडारे का आयोजन होता है, इसके साथ ही भैरव अष्टमी पर छप्पन भोगों का प्रसाद बाबा सिद्ध भैरवनाथ को चढ़ाया जाता है।
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श्रावण माह के अंतिम सोमवार को निकलती है भव्य सवारी
श्रावण माह के अंतिम सोमवार को भगवान गंगेश्वर महादेव क्षेत्रवासियों को दर्शन और आशीर्वाद देने क्षेत्रभ्रमण पर निकलते हैं। भव्य सवारी के दौरान बाबा गंगेश्वर महादेव एक पालकी में सवार रहते हैं, जिन्हें भक्त मंडली के द्वारा बड़ी ही श्रद्धा और प्रेम के साथ अपने कांधों पर उठाया जाता है। गंगेश्वर धाम से चलकर यह सवारी शोभायात्रा अन्नपूर्णा मंदिर, रंजीत हनुमान मंदिर और फिर महालक्ष्मी मंदिर होते हुए पुनः गंगेश्वर धाम पधारती है। इस दौरान भक्तजन नाचते गाते हर्ष मानते हुए शोभायात्रा में सम्मिलित रहती है और सवारी मार्ग में दर्शनार्थिओं का ताँता लग जाता है। मंदिर सेवा समिति के जितेंद्र परमार, सुनील रायकवार,कमल राठौर,आशीष सावन, हर्षिल शर्मा ने बताया की बाबा गंगेश्वर महादेव की सवारी कल सोमवार 8 अगस्त को दोपहर 3 बजे मंदिर से प्रारम्भ होगी।