देवी अहिल्या बाई होलकर की 230वीं पुण्यतिथि पर शुक्रवार को शहर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ये कार्यक्रम देवी अहिल्या उत्सव समिति द्वारा संचालित हैं। सुबह समिति के पदाधिकारी और कई जनप्रतिनिधि राजबाड़ा पहुंचे, जहाँ उन्होंने अहिल्याबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। दोपहर में गांधी हॉल में सम्मान समारोह आयोजित होगा, जिसके बाद भव्य पालकी यात्रा निकाली जाएगी।
निकलेगी भव्य पालकी यात्रा
समिति के उपाध्यक्ष सुधीर देड़गे और राम मूंदड़ा ने बताया कि गांधी हॉल में दोपहर 3:30 बजे सम्मान समारोह और पुरस्कार वितरण का आयोजन किया जाएगा। मुख्य अतिथि के रूप में भानपुरा मठ के शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ उपस्थित होंगे, जबकि अध्यक्षता सुमित्रा महाजन करेंगी। शाम 5:30 बजे स्वामी जी और ताई भव्य पालकी में देवी अहिल्या की प्रतिमा को विराजित कर पूजन करेंगे। इसके बाद परंपरागत लाव लश्कर के साथ पालकी यात्रा निकाली जाएगी।
पालकी यात्रा मार्ग पर सभी मंच एक तरफ ही लगाए जाएंगे। यात्रा में झंडा गुरु व्यायामशाला और मल्हारी मार्तंड व्यायामशाला के अखाड़े भी उपस्थित रहेंगे, जो साल में केवल इस दिन ही सक्रिय होते हैं। यात्रा में होलकर स्टेट के 14 राजाओं के प्रतीक 14 युवा और अहिल्या सेना की युवतियां परंपरागत वेशभूषा में घोड़े पर सवार होंगी। इसके अलावा अहिल्या बाई देवी के जीवन पर आधारित झांकी, अहिल्या स्मारक की झांकी, मराठी सोशल ग्रुप और लोक संस्कृति मंच द्वारा तैयार की गई ऑपरेशन सिंदूर की झांकियां भी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
निगम ने प्रदान किया 5 लाख रुपए का अनुदान
देवी अहिल्या उत्सव समिति ने शुक्रवार सुबह देवी अहिल्या बाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण का आयोजन किया। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी और भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। साथ ही विधायक गोलू शुक्ला, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, एमआईसी मेंबर और अन्य जनप्रतिनिधियों तथा समाजसेवियों ने भी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस अवसर पर महापौर ने निगम की ओर से समिति को 5 लाख रुपए का अनुदान राशि का चेक भी भेंट किया।