मोहन कैबिनेट की बैठक हुई खत्म, प्रधानमंत्री जनमन योजना के प्रस्ताव को मिली मंजूरी, अयोध्या पर भी हुई चर्चा

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By Meghraj ChouhanPublished On: January 17, 2024

आज बुधवार को मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक है। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव कर रहें है। यह डॉ. मोहन यादव कैबिनेट की चौथी बैठक है। इस बैठक में सीएम डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री जनमन योजना की प्रस्तुतीकरण के बाद मंत्रियों से इस योजना के प्रचार-प्रसार और लाभ दिलाने की तैयारियों को लेकर सभी मंत्रियों से की बातचीत। आपको बता दें की सीएम डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में कैबिनेट की चौथी बैठक राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के गायन के साथ शुरू हुई थी।

इस बैठक में प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत 194 नवीन आंगनवाड़ी केंद्र शुरू करने, बहुउद्देशीय केंद्र की स्थापना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से मजरे- टोला को जोड़ने और प्रधानमंत्री आवास योजना की तरह बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति के लोगों को आवास उपलब्ध कराने संबंधी प्रस्ताव को सीएम के द्वारा मंजूरी दी गई। इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के भर्ती नियमों में बदलाव किया गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग में पदोन्नति से भरे जाने वाले पदों को अब सीधी भर्ती से भरा जा सकेगा। इसके साथ ही आगर मालवा में लॉ कॉलेज खुलेगा। इस बैठक में प्रधानमंत्री जनमन योजना के साथ अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी चर्चा हुई।

सीएम मोहन यादव ने इस बैठक के बाद अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि आज मंत्रालय में कैबिनेट बैठक में मंत्रीगण के साथ राम वन पथ गमन और विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। यह मेरे लिए आनंद की बात है कि कल, 16 जनवरी को ही हमने चित्रकूट में श्री रामचंद्र पथ गमन न्यास की पहली बैठक कर राम वन पथ गमन से संबंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा की थी। राम वन पथ गमन के विकास की कार्य योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू करने के लिए हमारी सरकार कटिबद्ध है।

प्रथम चरण में पथ के अयोध्या से चित्रकूट तक के विकास के लिए मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकार के समन्वय से अपने-अपने क्षेत्र में गतिविधियां संचालित की जाएंगी। पांच विशेषज्ञों की समिति बनाकर कार्य आरंभ किया जाएगा,जो क्षेत्र चिह्नित हैं, वहां पहले कार्य आरंभ होगा व चित्रकूट का विकास अयोध्या की भांति किया जाएगा। अमरकंटक का विकास और मंदाकिनी नदी का संरक्षण भी समन्वित रूप से हम करेंगे।