भारत के सबसे बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंक एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने आज इंदौर ट्रैफिक पुलिस विभाग को दो पूर्ण रूप से सुसज्जित ट्रैफिक पुलिस बूथ सौंपे। ये बूथ इंदौर के दो सबसे व्यस्त चौराहों – रसोमा स्क्वायर (एबी रोड) और महू नाका स्क्वायर पर स्थापित किए गए हैं, जहां प्रतिदिन लगभग 2.5 लाख वाहन गुजरते हैं। एयू एसएफबी की यह महत्वपूर्ण सीएसआर पहल इंदौर शहर में सड़क सुरक्षा बढ़ाने और ट्रैफिक नियंत्रण को सुव्यवस्थित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
नए ट्रैफिक बूथों को ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के लिए बैठने की व्यवस्था और ट्रैफिक घोषणाओं के लिए साउंड सिस्टम जैसी सुविधाओं से लैस किया गया है। ये बूथ न केवल ट्रैफिक के रियल-टाइम प्रबंधन को बेहतर बनाएंगे, बल्कि यातायात नियमों के उल्लंघनों और आपात स्थितियों पर क्विक रिस्पॉन्स देने में भी सहायता करेंगे। साथ ही यह आम जनता को सुरक्षित ड्राइविंग के बारे में जागरूक करने में भी मदद करेंगे।

इन ट्रैफिक बूथों के उद्घाटन कार्यक्रम में ट्रैफिक विभाग और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, इंदौर के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
इंदौर के पुलिस आयुक्त श्री संतोष कुमार सिंह ने कहा, “हम एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की इस पहल का स्वागत करते हैं। ये बूथ रिस्पॉन्सिव और सिटीजन फ्रेंडली ट्रैफिक व्यवस्था की दिशा में एक सकारात्मक कदम हैं। इंदौर में वाहनों की बढ़ती संख्या के बीच हमारे पुलिसकर्मियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए सही उपकरण और वातावरण की आवश्यकता है। ये बूथ न केवल हमारे ट्रैफिक स्टाफ को अत्यधिक दबाव वाले चौराहों पर सहायता देंगे, बल्कि नागरिकों को ट्रैफिक अनुशासन और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
इस सहयोग के माध्यम से, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक तेजी से विकसित हो रहे शहरों में सुरक्षित सड़कों के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और भी सुदृढ़ करता है।
बैंक की सीएसआर शाखा एयू फाउंडेशन मुख्य रूप से तीन प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है: कौशल विकास एवं प्लेसमेंट सहायता, ग्रासरूट स्तर पर खेलों का विकास, और महिला सशक्तिकरण। एयू इग्नाइट कार्यक्रम के तहत अब तक 16 अकादमियों में 29,500 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है, जिसमें 22,000 से अधिक को नौकरियां मिली हैं। बनो चैंपियन कार्यक्रम के माध्यम से राजस्थान के 60+ स्थानों पर 90 कोच की मदद से 8,000+ ग्रामीण बच्चों को खेल प्रशिक्षण दिया गया है। एयू उद्योगिनी के माध्यम से राजस्थान और मध्य प्रदेश के 33 ज़िलों में 4,000+ महिलाओं को सशक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, एयू कर्तव्य स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और सामुदायिक विकास जैसी सामाजिक आवश्यकताओं को भी पूरा करता है।