IIM इंदौर में पीजीपी, पीजीपी-एचआरएम, डीपीएम और आईपीएम-चौथे वर्ष का नया बैच शुरू

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आईआईएम इंदौर ने 27 जून, 2024 को पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (पीजीपी), पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (पीजीपी-एचआरएम), डॉक्टोरल प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (एफपीएम) और इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट- फोर्थ इयर (आईपीएम-चौथे वर्ष) के नए बैच का शुभारंभ किया। बैच का उद्घाटन आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय ने किया।

अपने उद्घाटन भाषण में प्रो. राय ने नए बैच से अपने लक्ष्य को पहचानने और अपनी वास्तविक क्षमता का एहसास करने का आग्रह करने का संदेश दिया। “अपनी इस यात्रा में, अपने स्वधर्म को समझना सर्वोपरि है। पहचानें कि अपने लक्ष्य को पूरा करना आपका प्राथमिक दायित्व है। अपनी वास्तविक क्षमता – अपने स्वधर्म – को पहचानें और उसे प्राप्त करने का लक्ष्य रखें”, उन्होंने कहा। उन्होंने व्यक्तिगत पूर्ति पर धन जैसे भौतिक लाभों को प्राथमिकता देने के न देने और वास्तविक आवश्यकताओं और सतही इच्छाओं के बीच अंतर करने के लिए प्रोत्साहित किया।

प्रो. राय ने स्वयं को कमतर समझने के भाव पर काबू पाने और दूसरों की अपेक्षाओं के अनुसार नहीं जीने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपलब्धि और सच्ची पूर्ति के बीच अंतर पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सीखने के लिए हमेशा तैयार, करुणा का भाव रखें, सुनिश्चित करें कि आप सभी से स्पष्ट रूप से संवाद करते हैं, अनिश्चितता के समय साहस बनाए रखें, चुनौतियों से जूझने के लिए लचीलापन विकसित करें और कभी हार न मानें। उन्होंने कहा कि ये गुण एक पूर्ण और उद्देश्यपूर्ण जीवन यात्रा के लिए आवश्यक हैं।

प्रो. सायंतन बनर्जी, चेयर – पीजीपी, ने कहा कि आईआईएम इंदौर सिर्फ एक शैक्षणिक संस्थान नहीं है; यह एक जीवंत समुदाय है जो आपकी यात्रा के हर कदम पर आपका साथ देगा। उन्होंने एक बेहतर समाज बनाने में प्रत्येक छात्र की जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला, उनसे नैतिक, समावेशी और संवेदनशील बनने का आग्रह किया। प्रो. बनर्जी ने छात्रों को सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बदलाव की शुरुआत हम सभी से होती है।

उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर ऐसा भविष्य बनाएंगे जो आपकी क्षमता जितना असीम और आपकी आकांक्षाओं जितना उज्ज्वल होगा।” आईआईएम इंदौर के इस बैच में विभिन्न कार्यक्रमों में कुल प्रतिभागियों में से 31% से अधिक महिलाएं हैं। विशेष रूप से, पीजीपीएचआरएम कार्यक्रम में 93.94% महिला छात्र हैं, जो जेंडर डाइवर्सिटी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम को दर्शाता है।

महाराष्ट्र से सबसे अधिक, 86 छात्र हैं, जिसमें 71 प्रतिभागियों का समूह पीजीपी में है। उत्तर प्रदेश से भी आईपीएम और पीजीपीएचआरएम में सबसे अधिक प्रतिभागी हैं, जिनकी संख्या क्रमशः 12 और 6 है। मध्य प्रदेश से 53 विद्यार्थी हैं। आईआईएम इंदौर का नया बैच विविध शैक्षणिक परिदृश्य को उजागर करता है। आईआईएम इंदौर का नया बैच विविध शैक्षणिक परिदृश्य को दर्शाता है, जिसमें गैर-इंजीनियरों की संख्या पूरे समूह का 46.86% है।

इस अवसर पर निदेशक ने पीजीपी और पीजीपी-एचआरएम के विद्यार्थियों को अकादमिक उत्कृष्टता का प्रमाण पत्र प्रदान किया। अकादमिक उत्कृष्टता का प्रमाण पत्र पीजीपी-I और आईपीएम-IV के संयुक्त बैच के शीर्ष 5% को प्रदान किया जाने वाला एक प्रतिष्ठित सम्मान है। कुल मिलाकर, 32 प्रतिभागियों (पीजीपी से 30 और पीजीपी-एचआरएम से दो) ने अपने प्रमाण पत्र प्राप्त किए।

निदेशक ने सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण जुड़ाव कार्यक्रम (रूरल इंगेजमेंट प्रोग्राम) रिपोर्ट 2023 के लिए दो समूहों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए। इस वर्ष, ग्रामीण जुड़ाव कार्यक्रम 18 से 22 दिसंबर 2023 तक मध्य प्रदेश सरकार के पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से 19 जिलों में 101 गांवों में हुआ।

यह “जल शक्ति अभियान: कैच द रेन” अभियान और पोल्ट्री शेड का अध्ययन करने के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत बनाई गई संरचनाएं और इससे उत्पन्न होने वाले आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय प्रभाव शामिल हैं। कुल 101 गांवों का सर्वेक्षण किया गया और एक रिपोर्ट संकलित की गई। दो गांव की रिपोर्टों को सर्वश्रेष्ठ आरईपी रिपोर्ट के रूप में चुना गया। इसके अतिरिक्त, एक सर्वश्रेष्ठ वीडियो रिपोर्ट समूह को भी प्रमाण पत्र मिला। इस अवसर पर नीड बेस्ड फिनेंशियल अस्सिटेंस योग्यता पुरस्कार की भी घोषणा की गई।

* पीजीपी-1/आईपीएम-4 श्रेणी, रु. 10,00,000/- शिवम
* पीजीपी-1/आईपीएम-4 श्रेणी, रु.10,00,000/- अपूर्व राज
* पीजीपी-1/आईपीएम-4 श्रेणी, रु.10,00,000/- शंकर प्रसाद जन

विभिन्न प्रतियोगिताओं में संस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाली छात्र टीमों को भी उनके प्रमाण पत्र प्राप्त हुए। पहला प्रमाण पत्र एसोसिएशन अकाउंटेंट्स एंड फाइनेंशियल प्रोफेशनल्स इन बिजनेस द्वारा 24 फरवरी 2024 को आयोजित 2024 आईएमए इंडिया स्टूडेंट केस कॉम्पिटिशन फाइनल्स – एस द केस में दूसरे रनर-अप के लिए उपलब्धि का प्रमाण पत्र था।

दूसरा पुरस्कार आईआईटी मद्रास के वाईएनओएस, सेंटर फॉर रिसर्च ऑन स्टार्ट-अप्स एंड रिस्क फाइनेंसिंग द्वारा आयोजित यूनिक केस स्टडी प्रतियोगिता में 5वां स्थान जीतने के लिए उपलब्धि का प्रमाण पत्र था। इंडक्शन प्रोग्राम का समापन नए बैच के लिए लाभकारी कंप्यूटिंग सुविधाओं, पुस्तकालय, बुनियादी ढांचे और परिसर में अन्य महत्वपूर्ण पहलों, सुविधाओं और सेवाओं पर ब्रीफिंग के साथ हुआ।