Tendu Fruit Health Benefits: जंगलों में पाया जाने वाला तेंदू फल आदिवासियों के लिए वन देवता का तोहफा है, लेकिन अब यह सेहत का खजाना बन चुका है। तेंदू फल न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि आदिवासी समुदायों की आर्थिक ताकत भी बढ़ा रहा है। गर्मियों में पकने वाला यह फल बाजार में 100 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। आइए, तेंदू फल के 5 बड़े फायदों और इसके आर्थिक महत्व पर नजर डालें।
पाचन को रखे दुरुस्त
तेंदू फल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। यह कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याओं से राहत देता है। रोजाना एक मुट्ठी तेंदू खाने से पेट हल्का रहता है और खाना आसानी से पचता है। आदिवासी इसे प्राकृतिक औषधि मानते हैं।

शरीर को दे ठंडक और ताकत
गर्मी में तेंदू फल शरीर को ठंडक देता है और थकान दूर करता है। इसमें प्राकृतिक शर्करा और विटामिन्स होते हैं, जो तुरंत ऊर्जा देते हैं। जंगल में मेहनत करने वाले आदिवासी इसे खाकर दिनभर चुस्त रहते हैं। यह फल कमजोरी को भी दूर करता है।
हड्डियों और मांसपेशियों का साथी
तेंदू फल में कैल्शियम और आयरन जैसे खनिज होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और मांसपेशियों की ताकत बढ़ाते हैं। यह जोड़ों के दर्द और सूजन में भी राहत देता है। आयुर्वेद में इसे मांसपेशियों की कमजोरी के लिए असरदार माना जाता है।
रोगों से लड़ने की ताकत
विटामिन सी से भरपूर तेंदू फल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह सर्दी-खांसी और छोटी-मोटी बीमारियों से बचाता है। आदिवासी इसे मौसमी बीमारियों से लड़ने के लिए प्राकृतिक ढाल मानते हैं। इसका नियमित सेवन शरीर को स्वस्थ रखता है।
आदिवासियों की आर्थिक उन्नति
तेंदू फल आदिवासियों के लिए ‘हरा सोना’ है। गर्मियों में जंगल से इसे इकट्ठा कर वे बाजार में 90-100 रुपये प्रति किलो बेचते हैं। यह उनकी आय का बड़ा जरिया है, जिससे परिवार का खर्च चलता है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के आदिवासी समुदाय इस फल की बिक्री से आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं।
तेंदू फल का जादू
तेंदू फल न सिर्फ सेहत के लिए वरदान है, बल्कि आदिवासियों की जिंदगी को भी रोशन कर रहा है। बाजार में इसकी बढ़ती मांग और औषधीय गुण इसे खास बनाते हैं। क्या आपने इस गर्मी में तेंदू का स्वाद चखा? यह फल जंगल की धरोहर और सेहत का खजाना है, जिसे हर किसी को आजमाना चाहिए।