जिनेवा के हैती में उग्र हिंसा से हालात बिगड़ गए हैं। मानवाधिकार के उच्चायुक्त कार्यालय ने कहा कि अभी तक इस सामूहिक हिंसा में 530 से अधिक लोग मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के बयान के मुताबिक जनवरी से 15 मार्च तक 571 लोग मारे गए, 300 घायल हुए और 277 लोगों का अपहरण हुआ। यह घटनाएं राजधानी पोर्ट-ओ-प्रिंस में हुई।
इस गैंग हिंसा पर मानव अधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र हैती हिंसा के नियंत्रण से बाहर होने को लेकर गंभीर रूप से चिंतित है। गिरोह के बीच संघर्ष ज्यादा हिंसक और लगातार बढ़ते जा रहा हैं। यह गिरोह अपने प्रतिद्वंद्वियों के जरिए नियंत्रित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को लक्षित कर पूरी राजधानी और अन्य क्षेत्र में अपने क्षेत्रीय संयम को व्यापक करने की कोशिश करते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, “अकेले मार्च के दो हफ्तों में गिरोहों के बीच झड़पों में कम से कम 208 मारे गए,164 घायल हुए और 101 का अपहरण कर लिया गया। अधिकांश पीड़ितों को स्निपर्स द्वारा मार दिया गया या घायल कर दिया गया, जो कथित तौर पर लोगों के घरों या सड़कों पर बेतरतीब ढंग से शूटिंग कर रहे थे। महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ गिरोह द्वारा यौन हिंसा का इस्तेमाल आबादी को आतंकित करने, अधीन करने और दंडित करने के लिए भी किया जाता है। गिरोह के सदस्य अक्सर अपहृत लड़कियों के खिलाफ यौन हिंसा का इस्तेमाल कर परिवारों पर फिरौती देने के लिए दबाव डालने के लिए करते हैं।”
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वहीं प्रवक्ता ने कहा कि इस स्थिति में इस तरह की स्थिति में लोग पलायन कर रहे हैं मार्च 2023 के मध्य तक, कम से कम 1,60,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं और फिलहाल उनकी स्थिति अनिश्चित है। अभी वे सभी दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं और कम संसाधनों को एक दूसरे से शेयर कर रहे हैं। विस्थापितों में से एक चौथाई अस्थायी बस्तियों में रहते हैं, जिनको पीने के पानी और स्वच्छता जैसी बुनियादी जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही है।