नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक और चक्रवातीय तूफान की वजह से देश में चिंता बढ़ गई है। वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक ने बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव वाले क्षेत्र के बनने की आशंका जताई है। बता दें कि, विभाग ने इसके तीन दिसंबर तक चक्रवाती तूफान जवाद (Jawad) में तब्दील होने की आशंका जताई है। साथ ही IMD ने बताया कि, इसके चार दिसंबर की सुबह तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों को पार करने की उम्मीद है।
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विभाग ने बताया कि, इस दौरान हवा की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे से 100 किलोमीटर प्रति घंटे के साथ होगी, साथ ही भारी वर्षा होने की भी आशंका है। तूफ़ान की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अहम बैठक की अध्यक्षता की। पीएम ने विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को ‘किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान से बचने और संपत्ति, बुनियादी ढांचे और फसलों को कम से कम नुकसान पहुंचने देने’’ का निर्देश दिया है।
बता दें कि, इस चक्रवातीय तूफान के अगले तीन दिनों में आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल को बुरी तरह प्रभावित करने की आशंका है। इसी कड़ी में बता दें कि, आईएमडी (IMD) ने ओडिशा के 3 दिसंबर को गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में रेड अलर्ट (भारी से बहुत भारी वर्षा का संकेत) जारी किया है। जिसके चलते केंद्रपाड़ा, कटक, खुर्दा, नयागढ़, कंधमाल, रायगडा और कोरापुट जिलों में 4 दिसंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
पीएम की बैठक में बताया गया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने इन राज्यों में 29 टीमों को तैनात किया है और अतिरिक्त टीमों को तैयार रखा जा रहा है।