इंदौर। गणेश उत्सव के समापन के दौरान इंदौर में झिलमिल झांकियां सड़कों पर उतरती है। जिन्हें निहारने के लिए सैकड़ों लोग आते हैं, लेकिन झांकियां के निर्माण में लाखों रुपए लगते हैं। इंदौर में जब मिल चलती थी, उस समय मिल प्रबंधक और मिल मजदूर आपस में मिलकर इन झांकियां का निर्माण करवाते थे, लेकिन जब से मिल बंद हुई है। उसके बाद इन झांकियां के निर्माण में किसी तरह की कोई रुकावट ना आए उसको लेकर मिल मजदूर अभी भी संघर्ष करते हुए देखे जा सकते हैं।
इसी के चलते मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा द्वारा मिल मजदूरों को झांकियां के निर्माण के लिए प्रतिवर्ष सहयोग राशि दी जाती रही है इस बार भी इंदौर श्रम शिविर पर दोपहर 2 बजे गणेश उत्सव समिति एवं कल्याण मिल से हरनाम सिंह धारीवाल, लक्ष्मी नारायण पाठक, देवी सिंह सेंगर, राजकुमार मिल से नत्थूलाल, दिलीप माथुर, स्वदेशी मिल से कन्हैया लाल मरमट,चंपालाल शर्मा, हुकुमचंद मिल से नरेंद्र श्रीवंश, किशन लाल बोकरे, मालवा मिल से कैलाश कुशवाहा,गुड्डू ठाकुर को श्री वर्मा द्वारा 25-25 हजार की साहयता राशि प्रदान की गई।
सरकार से मिलने वाली साहयता राशि से पूरा नहीं हो पाता झांकी निर्माण का कार्य- सज्जन सिंह वर्मा
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने साहयता राशि देते हुए कहा की “100 साल पुरानी संस्कृति को जीवित रखने के लिए अलग-अलग तरह के प्रयत्न किए जा रहे हैं,तो वहीं मिल मजदूरों को सरकार की ओर से भी मदद की आवश्यकता रहती है, कई बार मध्य प्रदेश सरकार के सांस्कृतिक विभाग को भी इंदौर की धरोहर को सहजने को लेकर पत्राचार किया जा चुका है, लेकिन मध्य प्रदेश सरकार 100 साल पुरानी झांकियों के निर्माण को लेकर किस तरह की कोई मदद नहीं कर रही है। इंदौर नगर निगम एवं इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा जरूर सहायता राशि दी जाती है पर उस राशि मे झाकियों का पूर्ण निर्माण नहीं हो पाता है इसलिए प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी मजदूर भाइयो को अपनी और सहयोग कर रहा हु।
इस अवसर पर सज्जन सिंह वर्मा के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजेश चौकसे, गिरधर नागर, मनोहर धवन, अफसर पटेल,श्याम सुन्दर यादव,प्रदेश प्रवक्ता अमित चौरसिया सहित कांग्रेस जन उपस्थित थे।