हनुमान जयंती पर हो ना जाए अपशगुन, महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान

shrutimehta
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चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) मनाई जाती है। इस दिन अगर हनुमान जी की विधि विधान से पूजा करते है तो जीवन के सारे संकट दूर हो जाते है। हनुमानजी काफी दयालु और शक्तिशाली थे। इनकी पूजा करने से जीवन में खुशहाली आती है। कहा जाता है जहां हनुमानजी विराजमान हो जाए वहां धन की कभी कमी नहीं होती है। आइये जानिए की हनुमान जयंती पर कौनसी गलती नहीं करनी चाहिए।

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चरणामृत-

कई लोगों को पता नहीं होगा कि हनुमानजी की पूजा में कभी चरणामृत नहीं चढ़ाया जाता है। चरणामृत चढ़ाने से कुछ भी अपशगुन हो सकता है।

स्त्रियों का स्पर्श –

हनुमान जी की पूजा करते समय ब्रह्मचर्य का बहुत पालन करना पड़ता है। हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी थे। वे खुद ही स्त्रियों के स्पर्श से दूर रहते थे। महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए कि हनुमानजी की पूजा करते समय उनकी मूर्ति को हाथ ना लगाएं।

सूतक काल –

सूतक काल में हनुमानजी की पूजा नहीं करनी चाहिए। सूतक काल तब माना जाता है, जब घर में किसी की मृत्यु हो जाती है। ये सूतक घर में 13 दिन तक माना जाता है।

काले-सफ़ेद कपडे –

ध्यान रखिएगा कभी भी हनुमानजी की पूजा काले या सफ़ेद कपडे पहन कर नहीं करना चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है। हनुमानजी की पूजा करते समय केवल लाल या पिले वस्त्र ही पहनना चाहिए।

टूटी हुई मूर्ति –

हनुमान जी की पूजा में कभी भी टूटी हुई या खंडित मूर्ति का इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए। अगर आपके घर में हनुमानजी की कोई फटी हुई तस्वीर भी रखी हुई हो तो उसे भी हटा दीजिए।

दिन में ना सोए –

यदि हनुमान जयंती वाले दिन आपने व्रत रखा है तो दिन में सोने की गलती ना करें। इसके अलावा भी नमक ना खाएं और दान में दी हुई चीज़ो का भी सेवन ना करें।

इन गलतियों को भी ना करें –

हनुमान जयंती के दिन और भी कई ज़रूरी बातों का ध्यान ज़रूर रखें। इस दिन मांस नहीं खाना चाहिए और मदिरा का भी सेवन ना करे।

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