आर्टिकल
किसान आंदोलन और राजनीति
(7 जून, 2018 को लिखा गया मेरा यह लेख वर्तमान परिस्थितियों में मैं इसे दुबारा प्रस्तुत कर रहा हूँ। इसके अतिरिक्त कुछ और लेख भी किसान समस्या पर मैंने हिंदी
मेधा और सौम्यता की जीवंतप्रतिमूर्ति थे डाक्टर साहब…!
जयराम शुक्ल देश के नवें राष्ट्रपति डा.शंकरदयाल शर्मा जी( जन्म: 19 अगस्त 1918, भोपाल मृत्यु: 26 दिसंबर 1999, नई दिल्ली) के स्वागत का यह सुअवसर(चित्र में दृष्टव्य) तब मिला था
एक ऐसा हठी मंत्री जिसने बिडला को भी ठेंगे पर रखा..!
जयराम शुक्ल आज के दौर में जब सरकारों पर उद्योगपतियों के पालने में झूलने के आरोप लगते हैं, मंत्रियों की क्या कहिये मुख्यमंत्री उनके लिए लाल दरी बिछाए अगवानी के
2020 तू जा
धैर्यशील येवले पाखंडी ,निष्ठुर ,निर्दयी जारे बीस बीस अब तू जा कर अपना मुंह श्याम कारागार में चक्की पीस तू जा जारे बीस बीस अब तू जा । तूने अपनो
पुण्यस्मरण: एक आदिविद्रोही सर्वोदयी का स्मरण करते हुए
जयराम शुक्ल आज के दौर में जब सरकारों पर उद्योगपतियों के पालने में झूलने के आरोप लगते हैं, मंत्रियों की क्या कहिये मुख्यमंत्री उनके लिए लाल दरी बिछाए अगवानी के
भारत-पाक रिश्ते और अटल जी: “इतिहास बदल सकते हैं भूगोल नहीं मित्र बदल सकते हैं पड़ोसी नहीं..!”
जन्मजयंती/जयराम शुक्ल विश्व के राजनीतिक के पटल में भारत के दो महान नेता ऐसे हुए जिन्हें शांति के नोबल पुरस्कार के लिए सर्वथा उपयुक्त माना गया लेकिन उन्हें मिला नहीं..।
स्मृति शेष: मोतीलाल वोरा कुशाग्रता पर भारी एक कर्मठ व्यक्तित्व
पुण्यस्मरण/जयराम शुक्ल मार्च 1985 के दूसरे हफ्ते जब मोतीलाल वोरा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौरपर शपथ ली तो दूसरे दिन अखबार की सुर्खियों में उनकी योग्यता, कर्मठता के बखान की
इंदौर की खेल पत्रकारिता के आधार स्तंभ बन गए थे सीमांत सुवीर
अर्जुन राठौर बात उन दिनों की है जब इंदौर से दैनिक भास्कर का प्रकाशन प्रारंभ हुआ था, संपादकीय विभाग में नए नए साथियों की टीम बनी थी, सिटी रिपोर्टर के
‘निराशा’ के विरुद्ध “आशा”!
निरुक्त भार्गव: केंद्र सरकारें पिछले कई-कई वर्षों से लगातार ये कोशिश कर रहीं हैं कि देश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन हों. विद्यार्थियों को उबाऊ और गैर-जरूरी
राजवाड़ा 2 रेसीडेंसी
अरविंद तिवारी 📕 बात यहां से शुरू करते हैं • मध्यप्रदेश में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में टिकटों को लेकर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का धर्मसंकट बढ़ गया है। सिंधिया के दफ़्तर
सुना आपने! हाय हाय मोदी मर जा तू
जयराम शुक्ल मेरी दादी माँ कहा करती थी- “जेखा जेतनिन गारी मिलति है ओखर उतनै उमिर बढ़ति है तूँ ओखर जवाब भर न दिहे कबौ”। यानी कि जिसको जितनी गालियां
नागरिकों को ही ‘विपक्ष’ का विपक्षी बनाया जा रहा है !
श्रवण गर्ग सरकार ने अब अपने ही नागरिक भी चुनना प्रारम्भ कर दिया है।सत्ताएँ जब अपने में से ही कुछ लोगों को पसंद नहीं करतीं और मजबूरीवश उन्हें देश की
आईआईएम इंदौर के आईरिस 2020 ने बनाया नेशनल रिकॉर्ड, 18,000+ सेनेटरी पैड बांटे
महिला आबादी का लगभग आधा हिस्सा – यानि वैश्विक जनसंख्या का लगभग 26 प्रतिशत – प्रजनन आयुवस्था में है । हर रोज़ तकरीबन 800 मिलियन से अधिक महिलाओं का मासिक
अकेले जम्मू कश्मीर में 70000 से ज्यादा नौकरियां सरकार ने दी
इंदौर: ( राजेश राठौर ) केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि जम्मू कश्मीर में अब हालात लगातार बदलते जा रहे हैं। वहां के लोग अब पत्थर
लोक की हलचल तंत्र का असमंजस
अनिल त्रिवेदी भारत एक लोकतांत्रिक देश है पर कोरोना काल में हमारे लोकतंत्र के दो हिस्से हो गये।पहला हिस्सा नितनयी हलचल वाला लोक दूसरा हिस्सा लगातार असमंजस में तंत्र।कोरोना ने
एग्री अंकुरण वेलफेयर एसोसिएशन की ऑनलाइन मीटिंग हुई सम्पन्न
मध्य प्रदेश के शासकीय एग्रीकल्चर कॉलेजो एवं यहां के वर्तमान एवं भूतपूर्व छात्रों की संस्था एग्री अंकुरण वेलफेयर एसोसिएशन की मीटिंग इंदौर में आनलाइन संपन्न हुई, जिसमें कॉलेज के पूर्व
किसान आंदोलन: कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना
जयराम शुक्ल कृषि सुधार कानून, उससे उपजे आंदोलन में छिपी हुई मंशा और उससे आगे की बात करें, उससे पहले मेरी अपनी बात। वह इसलिए कि आपनी भी गर्भनाल खेत
राजबाड़ा 2 रेसीडेंसी
अरविंद तिवारी: बात यहां से शुरू करते हैं 🚥मोती-माधव यानी मोतीलाल वोरा और माधवराव सिंधिया की तरह ही अब मध्यप्रदेश में शिव-ज्योति यानी शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया की
बदलाव में आड़े आए युवा
राजेश राठौर इंदौर :डेली कॉलेज के चुनाव में पलटवार भी हो सकता है। ऐसा कोई मानने को तैयार नहीं था, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते गए, बात बनती गई। यदि
नशा ही नशा है
पंजाब देश का कृषि प्रधान प्रदेश फिलहाल यहां के किसानों के आंदोलन के कारण देश ही नहीं विदेशों में भी सुर्खियां बना हुआ है, लेकिन ये प्रदेश पिछले एक दशक