सरकार ने सोमवार को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के नए चेयरपर्सन के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह प्रक्रिया मौजूदा चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के कार्यकाल की समाप्ति से ठीक एक महीने पहले शुरू की गई है। यह निर्णय तब लिया गया है जब बुच पर हितों के टकराव के आरोपों को लेकर चर्चाएं हो रही थीं।
सेबी प्रमुख के पद के लिए आवश्यक योग्यता
वित्त मंत्रालय के तहत आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा जारी किए गए विज्ञापन में बताया गया कि इस महत्वपूर्ण पद के लिए उम्मीदवार को कम से कम 50 वर्ष का अनुभव और 25 वर्ष का पेशेवर अनुभव होना चाहिए। उम्मीदवार को सिक्योरिटी मार्केट्स से संबंधित समस्याओं का समाधान करने की क्षमता होनी चाहिए, साथ ही उसे कानून, वित्त, अर्थशास्त्र, या लेखाशास्त्र के क्षेत्र में विशिष्ट ज्ञान का होना जरूरी है।
मासिक वेतन और नियुक्ति की शर्तें
विज्ञापन में यह भी कहा गया है कि सेबी के नए चेयरपर्सन को भारत सरकार के सचिव के बराबर वेतन मिलेगा, जो 5,62,500 रुपये प्रति माह होगा (मकान व कार के बिना)। साथ ही, यह नियुक्ति पांच साल या उम्मीदवार की आयु 65 वर्ष होने तक होगी। आवेदन की अंतिम तिथि 17 फरवरी है।
माधबी पुरी बुच के कार्यकाल में 2024 में कई विवाद सामने आए, जिसमें सेबी के कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन और हिंडनबर्ग रिपोर्ट का मुद्दा प्रमुख रहा। हिंडनबर्ग ने बुच और उनके पति पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने विदेशी संस्थाओं में निवेश किया, जो कथित तौर पर अदाणी समूह से जुड़ी हुई थीं। बुच ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि ये निवेश उनके सेबी प्रमुख बनने से पहले किए गए थे और सभी नियमों का पालन किया गया था। हालांकि, सरकार ने इस मुद्दे पर अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है।