इंदौर। खाटू श्याम मंदिर के नाम पर विजयनगर चौराहे पर जो समर कार्निवल मेला सजा है उसमें किराए के नाम पर इंदौर विकास प्राधिकरण को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। प्राधिकरण से कुछ ही क्षेत्र की अनुमति ली गई और मेला पूरे मैदान पर सजा दिया गया। यहां मेले से लाखों रुपए रोज की कमाई हो रही है जबकि प्राधिकरण को पूरे महीने के एक लाख बमुश्किल मिलेंगे।
विजयनगर चौराहे पर प्राधिकरण की जो जमीन है उसका क्षेत्रफल एक लाख वर्गफीट है। जमीन बेशकीमती है। 8 हजार वर्गफीट में चौपाटी के नाम पर अवैध दुकानें लगी है। 50 हजार वर्गफीट पर खाटू श्याम का दरबार और मेला लगा हुआ है। मेले में प्रवेश के लिए 30 रुपए की फीस तय है। इसके अलावा झूले का किराया अलग। शाम 4 से रात 11 बजे तक मेला चलता है। इस दौरान 3000 से अधिक लोग मेला देखने आते हैं। जिनके माध्यम से मेला संचालकों को रोजना डेढ़ लाख रुपए की कमाई हो रही है। पार्किंग का शुल्क भी तय है। जो अलग है। दुकानदारों से भी पैसे लिए गए हैं।
दूसरी तरफ प्राधिकरण को महीनेभर चलने वाले इस मेले से किराए के तौर पर बमुश्किल एक लाख रुपए मिलना है। बाकि पूरी कमाई आयोजकों की होगी। किराया कम देने के लिए मैदान का कुछ हिस्सा ही किराए पर लिया गया है और उसी की अनुमति ली गई। मेले में बच्चों के लिए आकर्षक झूले ज्वाइंट व्हील बड़ा झूला, कोलंबस नाउ, ड्रैगन ट्रेन, टोरा टोरा, ब्रेक डांस मेरी ग्राउंड और बच्चो के आकर्षक झूले, सेल्फी ज़ोन (एफिल टॉवर) व चाट चौपाटी भी है। मंदिर भी बनाया है।
आयोजन समिति का दावा है कि खाटू श्याम का दरबार मेले के रूप में पहली बार सजा है। इस भव्य दरबार में बाबा खाटू श्याम की प्रतीमा, वहां की मिट्टी और ज्योत भी है। भक्तियुक्त माहौल बनाया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग मेले में शामिल हो सकें।