Breast Cancer Awareness Day: ये हैं ब्रेस्ट कैंसर के सबसे बड़े कारण, कहीं आप तो नहीं कर रहे ये गलती?

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Breast Cancer Awareness Day : स्तन कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो स्तन के ऊतकों में कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि से शुरू होता है। यह त्वचा कैंसर के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका में महिलाओं में सबसे सामान्य कैंसर के रूप में जाना जाता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्तन कैंसर केवल महिलाओं को प्रभावित नहीं करता; पुरुषों में भी यह संभव है।

जागरूकता और जांच की प्रगति

हाल के वर्षों में, स्तन कैंसर की पहचान और उपचार में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। समय पर जांच के कारण कैंसर का शीघ्र पता लगाना संभव हो गया है, जिससे उपचार की संभावना भी बढ़ गई है। स्तन कैंसर के लिए अनुसंधान और जागरूकता में वृद्धि के कारण इस बीमारी से मरने वालों की संख्या में कमी आ रही है।

Breast Cancer Awareness Day :स्तन कैंसर के कारण

स्तन कैंसर तब होता है जब व्यक्ति के डीएनए में परिवर्तन होते हैं, लेकिन इन परिवर्तनों के सही कारण अक्सर अज्ञात होते हैं। हालांकि, कई कारक हैं जो इस बीमारी के खतरे को बढ़ा सकते हैं:

  1. आनुवंशिकता: कुछ आनुवंशिक परिवर्तन, जैसे बीआरसीए1 और बीआरसीए2 जीन में परिवर्तन, स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।
  2. प्रजनन इतिहास: अगर किसी व्यक्ति को 12 साल की उम्र से पहले मासिक धर्म शुरू होता है, या यदि उनकी पहली गर्भावस्था 30 साल की उम्र के बाद होती है, तो उनका जोखिम बढ़ सकता है।
  3. जीवनशैली: अधिक वजन, शारीरिक सक्रियता की कमी, धूम्रपान और शराब का सेवन जैसे कारक भी जोखिम को बढ़ाते हैं।
  4. हार्मोन: हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी या लंबे समय तक कुछ जन्म नियंत्रण गोलियों का सेवन भी जोखिम को प्रभावित कर सकता है।
  5. उम्र: उम्र बढ़ने के साथ स्तन कैंसर का खतरा भी बढ़ता है।
  6. पारिवारिक इतिहास: यदि परिवार में किसी को स्तन कैंसर हुआ है, तो यह जोखिम को बढ़ा सकता है।
  7. विकिरण संपर्क: विकिरण के संपर्क में आने से भी खतरा बढ़ सकता है।
  8. मनोवैज्ञानिक आघात: लंबे समय तक प्रतिकूल भावनात्मक अनुभव भी हार्मोन संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं और स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।

स्तन कैंसर से जुड़ी जागरूकता और जांच की प्रगति से इस बीमारी का समय पर पता लगाना संभव हो गया है। इसके कारणों को समझने से न केवल उपचार के तरीकों को बेहतर बनाया जा सकता है, बल्कि संभावित जोखिमों से भी बचा जा सकता है। सभी को अपनी स्वास्थ्य स्थिति के प्रति सजग रहना और समय-समय पर जांच कराना आवश्यक है।