मुंबई : लॉकडाउन के खुलने के बाद से व्यापारिक गतिविधियों के अनलॉक होने से अब कई कम्पनियों के शेयर्स को नई ऊंचाइयां छूने में मदद मिल रही है। ऐसी कई कम्पनियां जैसे कि भारतीय होटल्स और कुछ एयरलाइन कंपनियों तथा गेमिंग कंपनियों ने अपनी पुरानी शान और रुतबा वापस पाया है। बीएलएस इंटरनेशनल लिमिटेड जो कि एक आउटसोर्सिंग और टेक्नोलॉजी सेवाएं देने वाली कम्पनी है। यह कम्पनी वीज़ा और पासपोर्ट जारी करने के कार्य के प्रबंधन द्वारा शासकीय स्तर पर और विश्वस्तर पर डिप्लोमैटिक मिशन में सहायता देती है। यह कम्पनी भी अनलॉक के बाद लाभ पाने वाली कम्पनियों में से एक है।
यह स्थिति कम्पनी के इर्द-गिर्द जारी कई सकारात्मक विकास के बावजूद है। सबसे पहले हाल ही में कम्पनी की बीएलएस इंटरनेशनल की सब्सिडियरी, स्टारफिन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दो बैंकों पंजाब नेशनल बैंक व सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा भारत सरकार के फाइनेंशियल इनक्लूजन मिशन को सहायता करने के लिए सूचीबद्ध किया गया। कम्पनी आधिकारिक तौर पर सम्पूर्ण भारत में ग्रामीण/सेमी अर्बन/ अर्बन/ मेट्रो आदि क्षेत्रों में लास्ट माइल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने वाली कॉरपोरेट बिजनेस करसपोंडेंट (बीसी) बन गई।
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बीएलएस इंटरनेशनल की सब्सिडियरी, स्टारफिन पहले से ही बैंक ऑफ बड़ौदा के लिए कॉरपोरेट बीसी; स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लिए नेशनल बीसी; उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के लिए कॉरपोरेट बीसी; तथा पंजाब नेशनल बैंक के लिए माइक्रोफाइनेंस एजेंसी के रूप में सूचीबद्ध है। इस सबके के अतिरिक्त, अक्टूबर माह में, वैश्विक स्तर पर प्राइवेट इक्विटी मेजर वाले ब्लैकस्टोन ने, EQT प्राइवेट इक्विटी तथा कोनी एंड ह्यूजेन्टोब्लर फाउंडेशन (KHF) के साथ एक डेफिनेटिव (निर्णायक) एग्रीमेंट साइन किया है। ताकि वीज़ा प्रोसेसिंग कंपनी VFS ग्लोबल के अधिकतम शेयर्स को 2.5 बिलियन यूएस डॉलर्स के वैल्यूएशन पर पाया जा सके।