नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच बढ़ रहे विवादों को कम करने के लिए गुरुवार को राजनयिकों के साथ बैठक हुई। हालांकि इस बैठक से भी कोई हल नहीं निकला है। बता दें दोनों देशों के बीच वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेनशन ऐंड कॉर्डिनेशन ऑन बॉर्डर अफेयर्स की चौथी बैठक हुई।
मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि चीन लद्दाख स्थित पैंगोंग त्सो इलाके से पीछे नहीं हटना चाह रहा है। चीनी सैना इस इलाके में अब भी तैनात है। हालांकि भारत की सेना चीन को मुंह तोड़ जबाव देेने के लिए सीमा पर तैनात है। बताया जा रहा है कि पिछली तीन बैठकों में भारत की ओर से चीनी सेना केे लिए पीछे हटने को कहा गया था। हालांकि इस बार ऐसा कुछ भी भारत की ओर से नहीं कहा गया।
इस बार की बैठक में भारत की ओर यह भी नहीं कहा गया कि जल्द ही और पूरी तरह से सेनाएं पीछे हट जाएंगी। वहीं बैठक में चीन का कहना है कि वह सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के पीछे हटने की समूची प्रक्रिया की समीक्षा कर रहा है।
उसकी ओर से कहा गया है कि दोनों गतिरोध खत्म करने के लिए एक निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए सहमत हैं। बता दें कि जून में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। जिसके बाद से ही चीन और भारत ने सीमाओं पर अपनी गतिविधि तेज कर दी है।