इंदौर 14 नवम्बर, 2021
जनजातीय महा-सम्मेलन को लेकर इंदौर जिले (Indore) में भी अपार उत्साह है। जिले से दो हजार जनजातीय नागरिक महा-सम्मेलन में शामिल होंगे। इन लोगों को 60 बसों से 15 नवम्बर की सुबह रवाना किया जायेगा। इन्हें भोजन के पैकेट भी दिये जायेंगे। बसों के साथ में प्रभारी अधिकारी और दल प्रभारी भी रहेंगे। इन्हें पेयजल के लिये पानी की बोतल भी पर्याप्त संख्या में साथ दी जायेगी। व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग के लिये इंदौर में विभिन्न स्तरों में पर व्यवस्था की गई है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह जहां एक और लगातार समन्वय और मॉनिटरिंग के लिये वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौपी है, वहीं दूसरी ओर कंट्रोल रूम बनाकर भी लगातार निगरानी और समन्वय रखा जायेगा। प्रत्येक प्रतिभागी को पहचान के लिये पहचान पत्र भी दिये गये है।
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खरगोन के प्रतिभागियों का मेहमानों की तरह स्वागत सत्कार
इंदौर में आज जनजातीय महा-सम्मेलन में शामिल होने के लिये निकले खरगोन जिले के दलों का मेहमानों की तरह स्वागत-सत्कार किया गया। खरगोन जिले से लगभग 8 हजार जनजातीय लोग जो सम्मेलन में शामिल होने के लिये भोपाल जा रहे थे, उनके रूकने की व्यवस्था इंदौर में की गई। इंदौर पहुंचते ही उनका स्वागत-सत्कार मेहमानों की तरह किया गया। आवास स्थलों पर रंग-बिरंगी रांगोलियां बनाकर अगवानी की गई। व्यवस्थित रूप से उनके लिये भोजन की व्यवस्था की गई।
तिलक लगाया और पुष्प माला पहनाकर की गई अगवानी
जनजातीय महासम्मेलन में शामिल होने के लिए खरगोन से निकले जनजातीय बंधुओं का आज इंदौर पहुंचने पर अपार उत्साह के साथ स्वागत किया गया। उन्हें पुष्प मालाएं पहनाई गई तथा तिलक लगाकर उनकी अगवानी की गई।
13 जगहों पर ठहराया गया खरगोन के दलों को
इंदौर में आज आये खरगोन दलों के लोगों को 13 स्थानों पर ठहराया गया। इन स्थानों पर यात्रियों के आवास एवं भोजन-पानी सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिये अधिकारी-कर्मचारियों को जिम्मेदारियां दी गई थी, इन्हें व्यवस्थावार प्रभारी बनाया गया था। यात्रियों को असरावद की छात्रावास, एकलव्य विद्यालय मोरोद, ज्ञानोदय विद्यालय मोरोद, माता गुजरी कॉलेज, भण्डारी रिसोर्ट, अग्रसेन धर्मशाला, नेहरू स्टेडियम, पंचायत प्रशिक्षण केन्द्र राऊ, आंकाक्षा छात्रावास, लाभगंगा गार्डन, सेज तथा एपीजे अब्दुल कलाम युनिवर्सिटी में ठहराया गया। यही उनके भोजन-पानी की व्यवस्था भी की गई।
भोपाल में महू के मांदल की थाप गुंजेगी
इंदौर जिले (Indore) के महू से विशेष रूप से बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय के नागरिक शामिल हो रहे है। इनमें से अनेक लोग पराम्परागत वेशभूषा में जायेंगे। वे अपने साथ ढोल मांदल भी ले जा रहे है। इन ढोल मांदल की थाप भोपाल के जनजातीय सम्मेलन में गुंजेगी। महू के आदिवासी बहुल ग्रामों में सम्मेलन को लेकर अपार उत्साह है।