राष्ट्रीय राजमार्ग 12 भोपाल-जबलपुर फोरलेन प्रोजेक्ट का काम अंतिम चरण में है। इस हाईवे का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। वाहन चालक इस रोड पर वाहन दौड़ा रहे हैं। ऐसे में हाल ही में एक खबर सामने आई है बताया जा रहा है कि इस मार्ग के निर्माण से नगर में लगने वाले जाम से वाहन चालकों को छुटकारा मिला है वहीं दुर्घटना स्पाट के नाम से कुप्रसिद्ध नागिन मोड़ को समाप्त कर दिया गया है। वहां पहाड़ काट कर फ्लाई ओवर बनाया गया है। दरअसल, 294 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट की लागत 3800 करोड़ है। कंपनी ने टोल नाके भी तैयार कर दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, इसी महीने टोल नाके एमपीआरडीसी के हवाले कर दिए जाएंगे। जिसके चलते भोपाल से जबलपुर जाने वाले और जबलपुर से भोपाल की तरफ आने वाले वाहनों को अगले 20 वर्ष तक टोल टैक्स देना होगा। हालांकि इस को लेकर अभी अधिसूचना आना बाकी है। बता दे, सड़क विकास निगम ने भोपाल जबलपुर फोरलेन हाइवे को ईपीसी (इंजीनियर प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन) आधारित प्रोजेक्ट पर बनाया है। खास बात ये है कि इस प्रोजेक्ट का काम पांच अलग-अलग कंपनियों से करवाया जा रहा है। इसमें भोपाल से बिनेका, बिनेका से बरेली, बरेली से सिंदूर नदी, सिंदूर नदी से हिरन नदी और हिरन नदी से जबलपुर का हिस्सा शामिल है।
प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद एमपीआरडीसी चार में से तीन नाकों पर टोल टैक्स वसूलेगा। साथ ही सिंदूर नदी से हिरन नदी के बीच स्थापित होने वाले टोल नाके पर एनएचआइ टोल टैक्स लेगा। वहीं औबेदुल्लागंज से जबलपुर तक 270 किमी लंबी सडक़ टोल रोड होगी। इसको लेकर निगम के अधिकारियों ने बताया है कि फिलहाल रेट तय नहीं हुए हैं। लेकिन माना जा रहा है कि कार का शुल्क 30-35 रुपये, कमर्शियल ह्वीकल का 80 रुपये और भारी वाहन जैसे ट्रक के चालकों को 365 रुपए टोल टैक्स चुकाना होगा। यदि कोई कार चालक भोपाल से जबलपुर जाएगा और आएगा तो उसे 60 किलोमीटर के अंतराल पर बनने वाले हर टोल नाके पर अनुमानित 35 रुपए के मान से 280 रुपए टोल टैक्स चुकाना होगा।