मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने कानून व्यवस्था को और सख्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अब शहर में नाकाबंदी तोड़कर भागने वाले संदिग्ध वाहनों और अपराधियों को पकड़ना पुलिस के लिए आसान होगा। इंदौर पुलिस ने इजराइल पुलिस की तर्ज पर ‘स्पाइक स्ट्रिप’ (Spike Strip) तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया है।
इंदौर पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, अक्सर वाहन चेकिंग के दौरान संदिग्ध गाड़ियां पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश करती हैं। ऐसे में पुलिसकर्मियों को जान जोखिम में डालकर उनका पीछा करना पड़ता है। इस नई तकनीक के आने से अब पुलिस को खतरनाक चेज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कैसे काम करेगी यह तकनीक?
स्पाइक स्ट्रिप एक विशेष उपकरण है जिसे सड़क पर बिछाया जाता है। इसमें नुकीले कीलें लगी होती हैं। जैसे ही कोई संदिग्ध वाहन इसे पार करने की कोशिश करता है, उसके टायर पंचर हो जाते हैं और वाहन कुछ ही दूरी पर रुक जाता है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब भी कोई वाहन चेकपोस्ट पर नहीं रुकेगा, वायरलेस सेट पर तुरंत सूचना प्रसारित की जाएगी। इसके बाद अगले पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मी सड़क पर स्पाइक स्ट्रिप फैला देंगे। इससे अपराधी भागने में सफल नहीं हो पाएंगे।
मध्य प्रदेश का पहला शहर
इंदौर मध्य प्रदेश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जहां पुलिसिंग में इस आधुनिक उपकरण का प्रयोग शुरू हुआ है। यह तकनीक न केवल पुलिसकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि आम जनता को भी हाई-स्पीड पुलिस चेज के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं से बचाएगी।
इस कदम को स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। इससे पहले, कई बार बैरिकेड्स लगाकर भी तेज रफ्तार वाहनों को रोकना मुश्किल होता था, लेकिन स्पाइक स्ट्रिप इस समस्या का प्रभावी समाधान साबित हो सकती है।










