ऑनलाइन सट्टेबाजी और डब्बा ट्रेडिंग प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता विशाल अग्निहोत्री उर्फ गोलू और उनके छह साथियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार को एजेंसी ने उनकी 34.26 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियां अटैच कर दीं। इनमें फ्लैट, प्लॉट, कृषि भूमि, नकदी और विदेशी घड़ियां शामिल हैं। माना जा रहा है कि बाजार में इन संपत्तियों का वास्तविक मूल्य दस्तावेजी कीमत से करीब चार गुना अधिक है।
दरअसल, 14 जून 2024 को उज्जैन पुलिस ने क्रिकेट सट्टेबाजी में लिप्त 9 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान 14.58 करोड़ रुपए नकद, 41 मोबाइल फोन, 19 लैपटॉप और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड बरामद किए गए थे। जांच में इस पूरे मामले का संबंध गोलू अग्निहोत्री से भी सामने आया था।
ईडी टीम और गोलू एक ही फ्लाइट से पहुँचे इंदौर
16 दिसंबर 2024 को इंदौर स्थित कांग्रेस नेता गोलू अग्निहोत्री के आवास पर ईडी ने छापेमारी की थी। उसी दिन वे दुबई से इंदौर लौटे थे और बताया गया कि दिल्ली से आई ईडी टीम उसी फ्लाइट से शहर पहुंची थी। करीब 10 महीने बाद, 9 सितंबर 2025 को एजेंसी ने उनकी संपत्तियों को अटैच करने की कार्रवाई की।
एक साथ कई संस्थाओं की बागडोर
ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी वी मनी/वीएम ट्रेडिंग (मेसर्स स्टैंडर्ड ट्रेड्स लिमिटेड), 11 स्टार्स, लोटसबुक 247, 8 स्टॉक हाइट्स, गोल्ड माइन, वर्टेक्स, गेमबेटलीग, आईबुल कैपिटल लिमिटेड, प्लेबुक, टारगेट एफएक्स, वर्ल्ड 777 समेत कई संस्थाओं और प्लेटफॉर्मों का संचालन कर रहे थे। ये सभी अवैध डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े थे। बताया गया कि निवेशकों और प्रतिभागियों से वसूला गया पैसा खच्चर बैंक खातों, हवाला नेटवर्क और क्रिप्टो करेंसी ट्रांजेक्शन के जरिए इधर-उधर किया जाता था।
करोड़ों की अचल संपत्ति अटैच
ईडी के अनुसार, गोलू अग्निहोत्री के साथ-साथ उनके कारोबारी सहयोगी तरुण श्रीवास्तव, हितेश अग्रवाल, धर्मेश रजनीकांत त्रिवेदी, श्रीनिवासन रामसमय, करण सोलंकी और धवल जैन सहित उनके परिजनों के नाम पर दर्ज संपत्तियां भी अटैच की गई हैं। अब तक इस पूरे प्रकरण में लगभग 58.39 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति कुर्क या अटैच की जा चुकी है।