सहजन की पत्तियों को आयुर्वेद में “सुपरफूड” का दर्जा प्राप्त है. इन्हें अंग्रेजी में Moringa Leaves कहा जाता है. ये न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, बल्कि कई गंभीर बीमारियों को जड़ से ठीक करने में भी सहायक मानी जाती हैं. गर्भवती महिलाएं, बच्चे, युवक, और बुजुर्ग – सभी के लिए सहजन की पत्तियां एक प्राकृतिक टॉनिक की तरह काम करती हैं. आइए जानते हैं कि इसमें क्या-क्या गुण छिपे हैं और इन्हें किस तरह से सेवन करना सबसे अधिक लाभदायक होता है.
सहजन की पत्तियों में छिपा है पोषण का पावरहाउस
डॉक्टरों और आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार, सहजन की पत्तियों में निम्नलिखित प्रमुख पोषक तत्व पाए जाते हैं:

.पोषक तत्व मात्रा (100 ग्राम में)
.प्रोटीन दूध से 2 गुना ज्यादा
.कैल्शियम दूध से 4 गुना ज्यादा
.आयरन पालक से 3 गुना ज्यादा
.विटामिन C संतरे से 7 गुना ज्यादा
.पोटैशियम केले से 3 गुना ज्यादा
.विटामिन A गाजर से 4 गुना ज्यादा
किन-किन को मिलते हैं सबसे ज्यादा फायदे?
1. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं- आयरन और कैल्शियम से भरपूर, एनीमिया से बचाव, दूध बढ़ाने में मददगार, बच्चे के मस्तिष्क और हड्डियों के विकास में सहायक हैं.
2. बुजुर्ग व्यक्ति- हड्डियों को मजबूत बनाती हैं, जोड़ों के दर्द और गठिया में राहत देती हैं, पाचन तंत्र को सुधारती हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं.
3. बच्चे और किशोर- शारीरिक विकास में सहायक, विटामिन A से आंखों की रोशनी में सुधार, इम्यूनिटी को मजबूत करती हैं.
4. डायबिटीज और BP के मरीज- ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने वाली प्राकृतिक औषधि, ब्लड प्रेशर को संतुलित करती हैं, शरीर में सूजन और कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मददगार हैं.
सहजन की पत्तियों का सेवन कैसे करें?
1. ताजी पत्तियों की सब्जी बनाएं- इसे पालक की तरह भूनकर या सूप में डालकर खाएं, दाल में मिलाकर भी बनाया जा सकता है.
2. सहजन पाउडर का सेवन करें-सुखाकर पीसी गई पत्तियों को पाउडर के रूप में लें,1 चम्मच पाउडर गुनगुने पानी या दूध में मिलाकर रोज सुबह लें.
3. सलाद और सूप में मिलाएं- कुछ पत्तियों को सलाद में काटकर खाएं या सब्जी के ऊपर डालें.
4. शहद के साथ- 1 चम्मच सहजन पाउडर को शहद में मिलाकर खाली पेट लें — यह इम्यून सिस्टम बूस्ट करता है.