क्या आप जानते हैं कि एक आम सी दिखने वाली हरी सब्ज़ी आपके लिवर और किडनी को दवाओं से बेहतर तरीके से साफ कर सकती है?
जी हाँ, हम बात कर रहे हैं पालक (Spinach) की — जिसे आप सब्ज़ी, सूप, पराठा या स्मूदी में खा लेते हैं लेकिन इसके अंदर छिपे औषधीय गुणों से आप अनजान हैं.
ये हरी सब्जी है लिवर और किडनी की असली दवा
भारतीय रसोई में कुछ चीजें इतनी आम होती हैं कि हम उनके फायदों को पहचान ही नहीं पाते. ऐसी ही एक हरी सब्जी है जिसे अधिकतर लोग कभी चाव से नहीं खाते लेकिन आयुर्वेद में इसे लिवर और किडनी की प्राकृतिक दवा माना गया है.

पालक: सिर्फ आयरन नहीं, पूरा ऑर्गन क्लींजर!
पालक में मौजूद क्लोरोफिल, आयरन, फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन A, C, K न केवल खून को साफ करते हैं, बल्कि लिवर और किडनी को डिटॉक्स करने में भी कारगर होते हैं.
लिवर और किडनी पर पालक का असर
1. लिवर की चर्बी (Fatty Liver) कम करता है- पालक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और नाइट्रेट्स लिवर की सूजन को कम करते हैं और टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करते हैं.
2. किडनी की सफाई में मददगार- पालक में पाया जाने वाला पोटैशियम और मैग्नीशियम किडनी से विषैले तत्वों को निकालने में सहायक होता है. यह यूरिनेशन को रेगुलर कर किडनी पर दबाव घटाता है.
3. खून साफ करता है- इसमें मौजूद आयरन और क्लोरोफिल खून को साफ करके टॉक्सिन्स का बहाव आसान बनाते हैं — जिससे लिवर और किडनी दोनों स्वस्थ रहते हैं.
4. ब्लड प्रेशर और सूजन पर नियंत्रण- पालक में मौजूद नाइट्रेट्स ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करके ब्लड प्रेशर कंट्रोल करते हैं और लिवर व किडनी पर दबाव नहीं पड़ने देते.
कैसे खाएं पालक ताकि मिले पूरा लाभ?
.उबली हुई पालक का सूप: शाम के समय एक कटोरी सूप पिएं.
.पालक स्मूदी: सुबह खाली पेट पालक, सेब, अदरक और नींबू के साथ स्मूदी बनाएं.
.पालक की भाजी: लहसुन के साथ हल्की सी भाजी बनाकर खाएं.
.पालक पराठा: हफ्ते में 2 बार पालक के पराठे में घी लगाकर खाएं.
.कच्चा पालक सलाद: लिमिटेड मात्रा में कच्चा पालक टमाटर के साथ खाएं (अति से बचें).