क्या विराट कोहली लेंगे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास? तीन बड़े कारण जो उड़ा रहे हैं फैंस के होश

विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की खबर ने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, कोहली ने BCCI को अपनी मंशा बताई कि वह टेस्ट फॉर्मेट छोड़ना चाहते हैं, हालांकि बोर्ड ने उनसे इंग्लैंड दौरे (20 जून 2025 से शुरू) के लिए दोबारा सोचने को कहा है।

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Why Virat Kohli Want To Retire from Test Cricket: विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की खबर ने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया है। हाल की खबरों के अनुसार, विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की अपनी इच्छा जाहिर की है। हालांकि, बोर्ड ने उनसे 20 जून 2025 से शुरू होने वाले इंग्लैंड दौरे के लिए अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। यह खबर रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के ठीक चार दिन बाद, 10 मई 2025 को सामने आई है। आइए, उन तीन प्रमुख कारणों पर गौर करें, जो कोहली को इस बड़े फैसले की ओर ले जा सकते।

ऑस्ट्रेलिया में खराब प्रदर्शन

विराट कोहली का टेस्ट संन्यास का विचार 2024-25 के बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से शुरू हुआ। ऑस्ट्रेलिया में पांच टेस्ट में उन्होंने सिर्फ 190 रन बनाए, जिसमें पर्थ में शतक (100*) शामिल था। बाकी चार टेस्ट मैचों में वह केवल 85 रन ही बना सके। उनकी बल्लेबाजी में ऑफ स्टंप के बाहर स्विंग होती गेंदों के खिलाफ कमजोरी स्पष्ट रूप से सामने आई। दस में से आठ बार वह स्लिप कॉर्डन में कैच देकर पवेलियन लौटे। कोहली ने पहले ही संकेत दिया था कि यह उनका आखिरी ऑस्ट्रेलिया दौरा हो सकता है। क्या यह खराब फॉर्म उनके संन्यास का सबसे बड़ा कारण है? सोशल मीडिया पर फैंस इसे ‘अस्थायी झटका’ मान रहे हैं।

कप्तानी की अनदेखी और भविष्य पर फोकस

कोहली ने इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट कप्तानी की इच्छा जताई थी, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI ने शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी को कप्तान बनाने का मन बनाया। कोहली, जिन्होंने 68 टेस्ट में 40 जीत के साथ भारत को सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनाया, के लिए यह फैसला निराशाजनक हो सकता है। BCCI का नई WTC साइकिल के लिए युवा नेतृत्व पर जोर कोहली को यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि अब नई पीढ़ी को मौका देना चाहिए। क्या कप्तानी न मिलना उनके फैसले का कारण बना? यह सवाल फैंस को परेशान कर रहा है।

निजी जीवन और करियर का संतुलन

पिछले कुछ हफ्तों से विराट कोहली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बारे में चर्चा कर रहे हैं। 2024 में टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद, अब टेस्ट फॉर्मेट से दूरी का उनका संभावित फैसला निजी और पेशेवर जीवन में संतुलन की उनकी प्राथमिकता को दर्शाता है। दो बच्चों के पिता के रूप में, कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा और परिवार के साथ अधिक समय बिताने को प्राथमिकता देना चाहते हैं। हालांकि, उनकी बल्लेबाजी का जादू अभी भी बरकरार है। आईपीएल 2025 में उन्होंने 63.12 की शानदार औसत के साथ 505 रन बनाए, जबकि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में 218 रनों का योगदान दिया। ये आंकड़े बताते हैं कि कोहली अब शायद वनडे क्रिकेट और आईपीएल जैसे छोटे प्रारूपों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, जहां वह अपनी ऊर्जा और कौशल का बेहतर उपयोग कर सकें।

सोशल मीडिया पर प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएं भी इस बदलाव को स्वीकार कर रही हैं। कई फैंस का मानना है कि “विराट अब अपने जीवन के नए अध्याय की ओर कदम बढ़ा रहे हैं,” जहां वह क्रिकेट के साथ-साथ निजी जीवन को भी संतुलित करना चाहते हैं।

फैंस की बेचैनी और BCCI की उम्मीद

BCCI कोहली को इंग्लैंड दौरे के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि रोहित, अश्विन और पुजारा जैसे सीनियर्स की गैरमौजूदगी में उनकी अनुभवी मौजूदगी जरूरी है। कोहली ने 123 टेस्ट में 9230 रन (46.85 औसत) बनाए, जिसमें 30 शतक हैं। सोशल मीडिया पर फैंस BCCI से गुहार लगा रहे हैं कि कोहली को रोका जाए। क्या कोहली अपने फैसले पर अडिग रहेंगे, या फैंस की पुकार सुनेंगे? यह सवाल क्रिकेट जगत को बेचैन किए हुए है।